- Hindi News
- Local
- Mp
- Bhopal
- Mohammed Rafi Birth Anniversary; All You Need To Know Legendary Playback Singer Fan From Madhya Pradesh Bhopal
Ads से है परेशान? बिना Ads खबरों के लिए इनस्टॉल करें दैनिक भास्कर ऐप
भोपाल7 घंटे पहलेलेखक: राजेश गाबा
मो. रफी के दुर्लभ फोटो और गीतों के कलेक्शन के साथ मंसूर अहमद फारुकी, उनका बड़ा बेटा मो. रफी और छोटा बेटा शफी।
- हिंदी सिनेमा के सबसे सफल और प्रसिद्ध गायकों में एक मोहम्मद रफी साहब का आज जन्मदिन है
भोपाल के जहांगीराबाद की तंग गलियों से गुजरने के बाद रफी साहब की यादें संजोए एक ऐसे शख्स रहते हैं जो फैन रिपेयरिंग की दुकान चलाते हैं। इनके इनके पास रफी साहब के गीतों का दुर्लभ खजाना है, जो रफी साहब के घर वालों के पास भी नहीं होगा, यह शख्स हैं भोपाल के मंसूर अहमद फारुकी। इनका घर रफी संग्रहालय सा दिखता है। यह रफी साहब का फैन उनकी मौत के बाद उनके एक अंग्रेजी गीत को सुनकर हुआ।
इनकी दीवानगी का आलम यह है कि इन्होंने अपने घर का नाम रफी मेंशन रखा है और अपनी बेटे का नाम मोहम्मद रफी रखा है। इनके पास रफी साहब के 29 भाषाओं में गाए 5231 गीतों का दुर्लभ कलेक्शन है। आज मोहम्मद रफी साहब का जन्मदिन है। इस खास मौके पर दैनिक भास्कर ने रफी साहब के इस दीवाने से जाना उनकी दीवानगी का आलम।
अंग्रेजी में रफी का गाना सुनकर बना फैन, कमाई का एक हिस्सा उन्हीं के नाम
‘बात 1985 की है। हम काले हैं तो क्या हुआ दिलवाले हैं गीत के अंग्रेजी वर्जन को जब रफी साहब की आवाज में सुना तो मैं फिदा हो गया और उनका फैन हो गया था। तभी से उनके गानों का कलेक्शन शुरू किया। अम्मी अब्बा खूब डांटते थे, कहते थे ये क्या पागलपन है। लेकिन मेरा यह शौक तो जुनून बन चुका था। पहले गैस राहत के मिलने वाले 200 रुपए से गानों के कैसेट, एलपी रिकार्ड और सीडी खरीदता था। बाद में मोटर बाइंडिंग की दुकान खोली तो कमाई का एक हिस्सा रफी साहब के गीतों के नाम कर दिया। मेरे पास रफी साहब के दोस्तों के लिखे खत भी मौजूद हैं। बेटे का नाम मो. रफी इसलिए रखा ताकि इस नाम को दिन में दो-चार बार पुकार सकूं।
रफी साहब के दुर्लभ फोटोज भी हैं कलेक्शन में शामिल
लगभग 1500 ऑडियो कैसेट, 400 सीडी, 100 एलपी रिकार्ड। कोई ऐसा दिन नहीं जाता, जब वे रफी का पूरा कैसेट न सुनें। उनके पास रफी के आधा इंच से लेकर 5 फीट तक के दुर्लभ फोटो हैं। इनमें उनके बचपन से लेकर जनाजे तक के फोटो भी हैं।
रफी साहब को मिले भारत रत्न
मंसूर अहमद फारुकी ने कहा कि मेरी दिली इच्छा है कि जिस गायन ने 29 भाषाओं में हजारों गीत गाए। देशभक्ति से ओतप्राेत गीतों को आवाज दी। पूरा जीवन भारतीय संगीत को दिया। ऐसे महान गायक मो. रफी साहब को भारत रत्न मिलना चाहिए।