हटेगी पाबंदी?: नाइट कर्फ्यू हटाने का क्राइसिस मैनेजमेंट समिति ने समर्थन किया, 50% उपस्थिति के साथ कोचिंग भी चालू करने का दिया सुझाव

हटेगी पाबंदी?: नाइट कर्फ्यू हटाने का क्राइसिस मैनेजमेंट समिति ने समर्थन किया, 50% उपस्थिति के साथ कोचिंग भी चालू करने का दिया सुझाव


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इंदौर29 मिनट पहले

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इंदौर में रात की पाबंदियां तो हैं, लेकिन आवाजाही में किसी प्रकार की रोक नहीं है।

भोपाल, इंदौर, ग्वालियर, रतलाम और विदिशा में रात 10 से सुबह छह बजे तक लगा कर्फ्यू हटा लिया गया है। इन जिलों में कोरोना के मामलों में पिछले दिनों आई कमी को देखते हुए सरकार ने यह फैसला लिया है। हालांकि इस आदेश के संदर्भ में जिला प्रशासन को निर्णय करना है। उसके बाद ही होटल, रेस्त्रां व अन्य व्यावसायिक संस्थान देर रात तक खोले जा सकेंगे। मामले में कलेक्टर मनीष सिंह ने कहा कि इस बारे में आपदा प्रबंधन समूह की बैठक में बात करके निर्णय करेंगे, तब तक वर्तमान गाइडलाइन (जो रात 10 बजे तक की है) जारी रहेगी।

वहीं, भाजपा नगर अध्यक्ष गौरव रणदिवे ने शुक्रवार को कहा कि शहर में रात का कर्फ्यू खोले जाने को लेकर भोपाल से जारी आदेश का इंदौर क्राइसिस मैनेजमेंट समिति ने भी समर्थन किया है। इसके अलावा इंदौर में लगातार संचालकों और पालकों की मांग पर कोचिंग के हॉल की क्षमता की 50% उपस्थिति के साथ चालू करने का सुझाव क्राइसिस मैनेजमेंट की टीम के द्वारा प्रशासन को दिया गया।

अभी यह है गाइडलाइन

  • कलेक्टर मनीष सिंह द्वारा 22 नवंबर को जारी गाइडलाइन के अनुसार शादी, ब्याह, सामाजिक, धार्मिक व सांस्कृतिक कार्यक्रम में 250 लोगों को बुलाया जा सकता है।
  • पार्टी, मिलन समारोह में अधिकतम 20 लोगों को ही बुलाया जा सकता है।
  • इस गाइडलाइन के अनुसार न्यू ईयर की पार्टी में अधिकतम 20 लोग ही आ सकते हैं।
  • रात 10 बजे तक ही होटल, रेस्त्रां खुले रह सकते हैं।

होटल एसोसिएशन गाइडलाइन का कर रहा इंतजार

होटल एंड रेस्टारेंट एसोसिएशन ने मप्र शासन से इस संबंध में जल्द स्थिति स्पष्ट करने की मांग की है। एसोसिएशन के प्रदेशाध्यक्ष सुमित सूरी ने कहा कि शासन को जो भी फैसला देना है, चाहे हां हो या न, वह जल्द स्पष्ट कर दे तो सभी होटल, रेस्टारेंट संचालकों के लिए आयोजन को लेकर असमंजस नहीं रहेगा। सहायक आयुक्त आबकारी राजनारायण सोनी ने बताया कि एक दिन के बार लाइसेंस के लिए आवेदन आ रहे हैं, लेकिन शासन की गाइडलाइन के चलते इन पर विचार नहीं किया जा रहा है। सामान्य तौर पर 70 से ज्यादा आवेदन न्यू ईयर के लिए आते हैं।



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