कमलनाथ के राष्ट्रीय राजनीति में जाने की अटकलें तेज हो गई हैं. (फाइल फोटो)
कांग्रेस में अहमद पटेल और मोतीलाल बोरा के निधन के बाद वरिष्ठ नेताओं की कमी हो गई है. इस बीच कांग्रेस के वरिष्ठ नेता सज्जन सिंह वर्मा के बयान से अटकलें तेज हो गई हैं.
- News18Hindi
- Last Updated:
December 25, 2020, 4:31 PM IST
कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष के राष्ट्रीय कांग्रेस में जाने की अटकलें उस वक्त तेज हो गईं, जब पूर्व मंत्री सज्जन सिंह वर्मा का कमलनाथ पर बयान आया. वर्मा ने यह कहकर प्रदेश की राजनीति को नई हवा दी कि कांग्रेस के वरिष्ठ नेता अहमद पटेल और मोतीलाल बोरा के निधन के बाद पार्टी में सीनियर नेताओं की कमी महसूस हो रही है.
प्रदेश की नेताओं की कुछ अलग चाह
बताया जा रहा है कि कांग्रेस का केंद्रीय नेतृत्व कमलनाथ को दिल्ली बुलाने के मूड में है. पार्टी में कमलनाथ को कोई बड़ी जिम्मेदारी मिल सकती है. हालांकि, सूत्र इसके विपरीत बात कर रहे हैं. उनका कहना है कि प्रदेश के नेता कमलनाथ के मध्यप्रदेश में रहने के समर्थन में हैं. सभी मिलकर 2023 का चुनाव कमलनाथ के नेतृत्व में ही लड़ना चाहते हैं.कमलनाथ ने की थी आराम करने की बात
गौरतलब है कि हाल ही में छिंदवाड़ा में एक सभा के दौरान अपने समर्थकों को संबोधित करते हुए पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ ने कहा था कि अब वह आराम करना चाहते हैं. छिंदवाड़ा की जनता यदि चाहेगी तो वह संन्यास ले लेंगे. कमलनाथ ने कहा था कि उन्हें पद की लालसा नहीं है और उन्होंने अपने राजनीतिक जीवन में बहुत कुछ हासिल किया है.