राग भोपाली 2020: बहनों को रोजगार के अवसर मिलेंगे, जरी-जरदोजी की लुप्त होती कला फिर जीवित होगी

राग भोपाली 2020: बहनों को रोजगार के अवसर मिलेंगे, जरी-जरदोजी की लुप्त होती कला फिर जीवित होगी


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भोपाल14 मिनट पहले

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गौहर महल में मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कन्या पूजन के साथ राग-भोपाली 2020 का शुभारंभ किया।

  • गौहर महल में सीएम शिवराज सिंह चौहान ने कन्याओं का पूजन कर ‘राग – भोपाली 2020’ का किया शुभारंभ

गौहर महल में आज से ‘राग भोपाली’ मेले की शुरुआत मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने की। मुख्यमंत्री ने कहा है कि जरी – जरदोजी की लुप्त होती कला को जीवित रखने के साथ ही इस काम में लगे शिल्पियों को रोजगार दिलाने के लिए सरकार संकल्पित है। इस अवसर पर चिकित्सा शिक्षा मंत्री विश्वास सारंग, सांसद प्रज्ञा सिंह ठाकुर समेत वरिष्ठ अधिकारी मौजूद थे।

आत्मनिर्भर मध्यप्रदेश के लिए पहल

मुख्यमंत्री चौहान ने कहा, वे महिलाओं को रोजगार उपलब्ध कराने के लिए प्रयास कर रहे हैं। उन्होंने पिछली कलेक्टर कॉन्फ्रेंस में भोपाल के परम्परागत जरी-जरदोजी के कार्य को अंतर्राष्ट्रीय पहचान और बाजार उपलब्ध कराने के कलेक्टर को निर्देश दिए थे। ‘राग – भोपाली 2020’ उसी की शुरुआत है। उन्होंने कहा कि आयोजन के अच्छे परिणाम होंगे और हमारी बहनों को रोजगार भी मिलेगा। उन्होंने कहा कि ‘एक जिला – एक शिल्प’ को प्रोत्साहित करने की यह शुरूआत है।

सीएम जरी – जरजोजी करते शिल्पकारों से हुए रूबरू

मुख्यमंत्री चौहान गौहर महल पहुंचते ही सबसे पहले जरी-जरदोजी का काम कर रही बहनों से मिले और उन्होंने इस बारीक कार्य को होते हुए देखा। उन्होंने शिल्पियों से जरदोजी कार्य की बारीकियां भी समझी और कहा कि यह शुरूआत है, आगे आपको कार्यों को पहचान देने के साथ ही बाजार उपलब्ध कराने के हरसंभव प्रयास किए जाएंगे। मुख्यमंत्री को शिल्पियों ने अपने शिल्प भी भेंट किए।

कन्या पूजन और बांस शिल्प के गणेश की पूजा

सीएम चौहान ने यहां छह कन्याओं का पूजन कर ‘राग – भोपाली 2020’ का शुभारंभ किया। कन्या-पूजन में प्राय: सभी धर्म और वर्ग की बेटियां शामिल थीं। मुख्यमंत्री ने बांस और जूट शिल्प से बनाए गए भगवान गणेश की पूजा की और शिल्प के दीपों को भी प्रज्जवलित किया।

जरी-जरद़ोजी और जूट शिल्प सेक्टर में हौसला अफजाई

सीएम राग – भोपाली के जरी – जरद़ोजी और जूट शिल्प दोनों सेक्टर में गए और शिल्पियों से उनके उत्पादों की विशेषताएं भी जानीं। उन्होंने कहा कि इस परम्परागत कला को जीवित रखने के हरसंभव उपाय किए जाएंगे।

शिल्पियों को प्रमाण – पत्र वितरित

मुख्यमंत्री ने संत रविदास म.प्र. हस्तशिल्प एवं हाथकरघा विकास निगम, भोपाल द्वारा जरी-जरदोजी प्रशिक्षण अंतर्गत शिल्पियों को प्रमाण- पत्र देकर सम्मानित किया। निगम द्वारा उन्नत औजार उपकरण वितरण योजना के तहत सुश्री अंकिता जाटव, राजनंदनी चौधरी, नन्नी बाई अहिरवार सहित 40 लोगों को उपकरण वितरित किए। उन्होंने सुश्री उषा अहिरवार, मोहिनी किशवाद, सरीता अहिरवार सहित अन्य 20 शिल्पियों को शिल्पी पहचान-पत्र दिए गये।

जाने-माने फैशन डिजाइनर मुमताज खान सीएम को असली चांदी और सोने की जरी से 1938 में दुपट्टे पर की गई जरदोजी के बारे में बताया।

जाने-माने फैशन डिजाइनर मुमताज खान सीएम को असली चांदी और सोने की जरी से 1938 में दुपट्टे पर की गई जरदोजी के बारे में बताया।

1938 की जरदोजी देख अभिभूत हुए मुख्यमंत्री

प्रदर्शनी में भोपाल की कई जरी-जरदोजी शिल्प का प्रदर्शन किया गया है। ऐसे ही शिल्पी जाने-माने फैशन डिजाइनर मुमताज द्वारा असली चांदी और सोने की जरी से 1938 में दुपट्टे पर की गई जरदोजी राग भोपाली में डिस्प्ले की गई। सीएम इस कला को देखकर अभिभूत हुए। उन्होंने कहा कि वे इस कला को आगे ले जाने के लिए प्रयास करेंगे। इस अवसर पर मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान को कलेक्टर अविनाश लवानिया ने ‘आत्म निर्भर – राग भोपाली 2020’ की जरी-जरदोजी और जूट से बनी प्रतिकृति भी भेंट की।

मुख्यमंत्री ने लिखा – रोजगार मिलता रहे इसके लिए हर संभव उपाय करेंगे

मुख्यमंत्री चौहान ने गौहर महल से प्रस्थान करने से पूर्व विजिटर्स बुक में लिखा कि ‘राग भोपाल के कारीगरों और हमारी बहनों द्वारा जरी का काम जो वर्षों से भोपाल में चला आ रहा है, उसे बाजार से जोड़ने का प्रयास किया है। यह कला आगे बढ़ती रहे और बहनों तथा कारीगरों को रोजगार मिलता रहे, इसके लिए हरसंभव उपाय करेंगे।’



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