कुहू से खास बातचीत: क्या अब कुहू के हाथों में होगी आश्रम की बागडोर, मैं इतनी बड़ी नहीं की पापा की जगह ले सकूं, वे एक ही हैं, हां साथ जुड़कर काम करूंगी

कुहू से खास बातचीत: क्या अब कुहू के हाथों में होगी आश्रम की बागडोर, मैं इतनी बड़ी नहीं की पापा की जगह ले सकूं, वे एक ही हैं, हां साथ जुड़कर काम करूंगी


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इंदौरएक घंटा पहले

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दत्त जयंती के मौके पर 2 साल बाद कुहू सूर्योदय आश्रम में पहुंचीं।

भय्यू महाराज की मौत के 2 साल बाद मंगलवार को बेटी कुहू पहली बार दत्त जयंती पर बापट चौराहे स्थित सूर्योदय आश्रम पहुंचीं। यहां उन्होंने महाराज के तस्वीर के समक्ष बैठकर कुछ समय बिताया। दैनिक भास्कर से विशेष चर्चा में कुहू ने कहा कि पापा कभी सुसाइड नहीं कर सकते हैं, वे मामले में सीबीआई जांच की मांग की तैयारी रही हैं। इसके साथ ही वे सीएम शिवराज सिंह चौहान से भी मुलाकात करेंगी। पूर्व लोस स्पीकर सुमित्रा महाजन से उन्होंने कल ही मुलाकात की थी। उन्होंने हरसंभव मदद का आश्वासन दिया है। आश्रम संभालने को लेकर कहा कि वे पापा के बराबर नहीं हैं, कि आश्रम संभाल सकें। हां वे इससे जुड़कर काम करती रहेंगी।

कुहू ने भय्यू महाराज के पास बैठकर कुछ समय बिताया।

कुहू ने भय्यू महाराज के पास बैठकर कुछ समय बिताया।

सवाल : भय्यू महाराज की मौत मामले को क्या डायवर्ट किए जाने की कोशिश हो रही है।
जवाब : मामले को डायवर्ट किए जाने को लेकर तो मैं कुछ नहीं कह सकती। पुलिस ने अपना काम किया है। यदि उन्होंने किसी को अरेस्ट किया है, तो कोई कारण होगा। जो भी सच वह सामने आना चाहिए, इसमें यदि कोई और भी शामिल है तो वह भी सामने आना चाहिए। इसके लिए हम सीबीआई जांच की मांग करने की सोच रहे हैं।
सवाल : आपकी बुआ अनुराधा आयुषी की कार में सवार होकर कोर्ट आई थीं, क्यों वे लोग साथ-साथ हैं।
जवाब : मेरी छोटी बुआ बहुत ही भोली हैं, उन्हें लगाता है कि आयुषी उनकी भाभी है। इसलिए वे शायद उनके समीप भी हैं। अब मैं उन्हें लेकर क्या कहूं। वैसे भी वे ज्यादा पिक्चर में रहती नहीं हैं।
सवाल : प्रॉपर्टी काे लेकर क्या कोई खेल हो रहा है।
जवाब : इस बारे में इतना ही कहूंगी कि आप घर के बड़े हैं। (कुहू ने यह अपनी बड़ी बुआ के लिए कहा) आप जब कह रहे हो कि मेरा भाई नहीं है तो मैं घर की बड़ी हूं, आपके पास घर की चाबी है। घर पर आपका दावा है। यदि वो आपकी भाभी हैं तो मैं भी तो आपके भाई की ही बेटी हूं ना, मेरा भी तो हक बनता है ना। मुझे कोई तमाशा नहीं चाहिए। यदि मेरे हाथ में होता तो मैं सब कुछ शांति से निपटा लेती। मैं यही कहूंगी कि आप आइए सब बैठकर बात कर मामले को निपटा लेते हैं। आप बड़े के नाते सामने आकर हम दोनों को बिठाइए और बात करिए। यदि मुझसे बात ही नहीं करोगे तो कैसे चलेगा। घटना को दो साल बीत चुके हैं, ना तो मैं ट्रस्ट में हूं, ना ही प्रॉपर्टी की बात हुई, ना ही केस को लेकर कोई डिस्कशन किया गया। 20 साल की एक लड़की जब यह कह रही है कि बैठकर बात को खत्म करते हैं तो फिर 60 साल वाला इस बात को क्यों नहीं समझ पा रहा है।

सवाल : आयुषी कोर्ट में अब तक बयान देने नहीं आईं, पिछली बार तो उन्होंने कोरोना होने की जानकारी दी
जवाब : मुझे नहीं पता क्यों नहीं आ रही है। यह भी नहीं जानती कि उन्हें कोरोना हुआ है कि नहीं, यदि हुआ है तो गेट वेल सून… हालांकि उन्हें आना चाहिए। यदि वे यह सोचती हैं, कि मैं सबसे आखिरी में आऊंगी तो वह एक गलत संदेश देता है। ऐसे में लगता है कि आप कुछ छिपा रहे हो। मैं अपनी बात करूं तो पता चलते ही बयान देने आ गई थी। मैं मीडिया से भी कभी नहीं छिपी। कोर्ट में सबकुछ सच बोला। आयुषी को भी आकर पूरी जानकारी कोर्ट को देनी चाहिए।

सवाल : सेवादार विनायक को लेकर क्या कहेंगी।
जवाब : जितना मैं जानती हूं, पापा की डेथ के एक साल बाद तक, क्योंकि यह केस बंद हो गया था, विनायक, शरद और पलक की वजह से यह केस फिर से खुला है। जब केस वापस से नहीं खुला था, तब तक तो हमें भी यही लगता था कि पापा विनायक पर बहुत भरोसा करते थे। मैंने खुद ने भी देखा है कि मेरा जो भी है, कॉलेज की फीस से लेकर अन्य पूरी प्रक्रिया विनायक भैय्या ही करते थे, पर पुलिस ने उन्हें अरेस्ट किया है तो किसी रीजन से किया हाेगा। अगर उनकी भूमिका है तो कोर्ट में वे दोषी साबित होंगे, नहीं तो वे छूट जाएंगे। यहां बैठकर हम उन्हें जज नहीं कर सकते। क्योंकि हमें ज्यादा कुछ पता नहीं है।

सवाल : क्या कुहू अब आश्रम को चलाएगी
जवाब : यह बहुत बड़ी जिम्मेदारी है, यह वही इंसान कर सकता था, जिसने इसे बनाया था। आज सूर्याेदय परिवार यदि इतना बड़ा है तो सिर्फ पापा की वजह से। जो है भय्यू महाराज का नाम है, मैं तो उनकी जगह कभी नहीं ले सकती। ना ही लेना चाहती हूं, क्योंकि वे एक ही हैं। मुझसे जितना होगा, उतना करूंगी। मैं यह नहीं कहती कि मैं पूरा ट्रस्ट संभाल लूंगी। मैं यह किसी से नहीं कह सकती, आइए मेरे पास… मैं सब संभाल लूंगी। मेरे में इतनी शक्ति नहीं है। मुझसे जितना होगा उतना ही कर पाऊंगी।

सवाल : कुहू की नजरों में… भय्यू महाराज की मौत, घटना, दुर्घटना या फिर साजिश।
जवाब : इस बारे में अब मैं क्या कहूं, जो हुआ वह बहुत दुखद है। मेरे लिए, हमारे परिवार के लिए, उनकी पत्नी के लिए। उनके भक्त सहित बहुत लोगों को बड़ा धक्का पहुंचा है। जल्द ही न्याय मिलेगा। मुझे पूरा भरोसा है कि पिता जी कभी सुसाइड नहीं कर सकते हैं। यह मैं हमेशा से कहती आ रही हूं। उन पर किसी ने दबाव डाला है या फिर और कुछ है, यह पुलिस पता लाएगी। पर यह सुसाइड तो नहीं है।

दत्त जयंती पर आश्रम में भजन कीर्तन का दौर भी चला।

दत्त जयंती पर आश्रम में भजन कीर्तन का दौर भी चला।



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