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रतलाम9 घंटे पहले
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हरदेवलाला की पीपली से तोपखाना रोड पर बैरिकेड्स हटाते हुए ट्रैफिक पुलिस।
- बगैर प्लानिंग व अतिक्रमण हटाए संकरे बाजार में बैरिकेड्स लगाने से लग रहा था जाम
ट्रैफिक सुधार के लिए शहर के बाजारों में लगाए बैरिकेड्स 20 दिन बाद ही ट्रैफिक पुलिस ने हटाना शुरू कर दिए हैं। इसकी वजह पुलिस बार-बार जाम लगना बताई रही है। जबकि इसके पहले जाम से मुक्ति और ट्रैफिक में सुधार की बात कहते हुए पुलिस ने इन्हें लगाया था। अब पुलिस ने ही इन्हें हटाना शुरू कर दिया। सोमवार से ट्रैफिक पुलिस ने इसकी शुरुआत कर दी। एक दो दिन में सभी प्रमुख बाजारों में लगाए बैरिकेड्स हटा दिए जाएंगे।
20 दिन पहले ट्रैफिक पुलिस ने ट्रैफिक सुधार का हवाला देते हुए शहर के प्रमुख बाजारों में बैरिकेड्स लगाए थे। इन्हें लगाने से पहले पार्किंग लाइन डाली गई। इस लाइन के आधार पर बारी-बारी से प्रमुख बाजारों में बैरिकेड्स लगाए गए।
इस दौरान पुलिस ने ना तो अतिक्रमण हटाना मुनासिब समझा और ना ही सड़क किनारे लगने वाली सब्जी की दुकानें और ठेले वालों का हटाया। इससे ट्रैफिक में सुधार तो दूर उलटे बार-बार जाम लगने लगा था। टू व्हीलर तो फिर भी जैसे-तैसे निकल जाते थे लेकिन फोर व्हीलर तो निकलना मुश्किल हो गए थे।
बगैर प्लानिंग के काम करने से ये स्थिति बनी
ट्रैफिक पुलिस द्वारा इसे वापस हटाने की वजह बगैर प्लानिंग के बैरिकेड्स लगाना है। पुलिस ने चौड़ी सड़कों के साथ ही संकरे बाजारों में भी लगा दिया। जबकि यहां पहले ही रोजाना ट्रैफिक जाम रहता है। वहीं इसके पहले अतिक्रमण हटाओ मुहिम भी नहीं चलाई। नाहरपुरा से धानमंडी, धानमंडी से गणेश देवरी, चौमुखीपुल जैसे प्रमुख बाजारों में भी बैरिकेड्स लगा दिए। इससे ट्रैफिक सुधार की जगह ट्रैफिक व्यवस्था ही ध्वस्त हो गई। वहीं बैरिकेड्स लोग हटाने लगे थे और गिरने से यह टूटना शुरू हो गए थे। यदि पुलिस प्लानिंग करती और व्यापारियों से चर्चा करती तो शायद यह स्थिति नहीं बनती।
जहां आवश्यकता है वहां लगना चाहिए
धानमंडी के चाय पत्ती व्यापारी समीर तलेरा ने बताया ट्रैफिक पुलिस ने अच्छा प्रयास किया है। इसका हम स्वागत करते हैं लेकिन बगैर प्लानिंग के काम नहीं होना चाहिए। संकरे बाजारों में भी बैरिकेड्स लगा दिए थे। इससे ट्रैफिक व्यवस्था सुधरने की जगह और बिगड़ गई। थोक किराना व्यापारी संघ के संजय पारख ने बताया धानमंडी किराना का थोक बाजार है। पुलिस ने बगैर सोचे समझे बैरिकेड्स लगा दिए। बैरिकेड्स लगने से छोटे लोडिंग वाहन आना भी मुश्किल हो गए थे। यदि ट्रैफिक पुलिस, निगम और जिला प्रशासन व्यापारियों से रायशुमारी कर प्लानिंग बनाएं तो सभी के साथ मिलकर ट्रैफिक सुधार के अच्छे प्रयास हो सकते हैं।
भास्कर ने भी उठाया था यातायात का मुद्दा
संकरे बाजारों में बैरिकेड्स लगाने से जनता और व्यापारी तो इसके विरोध में थे व दैनिक भास्कर ने भी प्रमुखता से मुद्दा उठाया था। दैनिक भास्कर ने पांच दिन पहले प्रमुखता से समाचार प्रकाशित किया था। इसे बताया था कि संकरे बाजारों में बैरिकेड्स लगाने से ट्रैफिक व्यवस्था ध्वस्त हो गई है। आखिरकार ट्रैफिक पुलिस ने इन्हें हटाना शुरू कर दिया।
जहां समस्या आ रही है वहां से हम हटा रहे हैं
सीएसपी हेमंत चौहान ने बताया कि यातायात सुधार के प्रयास के तहत लगाया था। अब जहां समस्या आ रही है। वहां से बैरिकेड्स हटा रहे हैं।