दिनभर सर्द हवाओं से ठिठुरे लोग: दिन के पारे में आई गिरावट, तापमान 25 डिग्री पर, सुबह रहा कोहरा

दिनभर सर्द हवाओं से ठिठुरे लोग: दिन के पारे में आई गिरावट, तापमान 25 डिग्री पर, सुबह रहा कोहरा


Ads से है परेशान? बिना Ads खबरों के लिए इनस्टॉल करें दैनिक भास्कर ऐप

छतरपुर20 घंटे पहले

  • कॉपी लिंक

छतरपुर| सोमवार को सुबह के समय शहर में काेहरे की हल्की चादर छाई रही। वहीं दिनभर सर्द हवाएं चलने से लोग ठिठुरते नजर आए।

  • मौसम के उतार चढ़ाव से चने की फसल में लगने लगी इल्ली, किसानों की चिंता बढ़ी

करीब पांच दिनों तक दिन में ठिठुरन भरी ठंड से राहत मिलने के बाद सोमवार को फिर एक बार मौसम ने करवट ली। सोमवार को दिन के पारे में जहां एक डिग्री की गिरावट आई वहीं सुबह कोहरा रहने एवं दिन भर सर्द हवाएं चलने से पूरे दिन ठिठुरन रही। लोग दिन भर ठिठुरते रहे, दिन में सूर्यदेव की लुका छिपी जारी रही। वहीं दोपहर करीब 4 बजे से धूप चली गई, जिससे ठंड और बढ़ गई।

पिछले 5 दिनों से मौसम की ठिठुरन में कुछ राहत रही। दिन और रात के पारे में भी कुछ राहत रही। लेकिन सोमवार को सुबह यकायक कोहरा आ गया, सुबह से ही 6 किलोमीटर प्रति घंटा की रफ्तार से उत्तर पूर्व सर्द हवाएं चलना शुरू हो गईं। यह सर्द हवाएं पूरे दिन चलती रहीं। रविवार को जहां दिन का तापमान 26.0 डिग्री रहा, वहीं सोमवार को तापमान 25.0 डिग्री पर आ गया। सुबह 6 बजे विजिबिलिटी करीब 800 मीटर रही, जबकि दोपहर में यह 3 हजार मीटर से अधिक नहीं पहुंची।

बुधवार के बाद शुरू होगा घना कोहरा
मौसम विभाग कार्यालय खजुराहो के राजेंद्र सिंह परिहार ने बताया कि पश्चिमी विक्षोभ के असर के कारण ऐसी स्थिति बनी है। उन्होंने बताया कि 30 दिसंबर के बाद घना कोहरा आने की उम्मीद है, कोहरा आने के बाद रात और दिन के तापमान में तेजी से गिरावट आएगी।

मौसम में उतार-चढ़ाव से फसलों में लगने लगी इल्ली
लवकुशनगर के किसान रामस्वरूप खरे, मुन्नी लाल शर्मा, गौरगांय के किसान राजाराम लोधी का कहना है मौसम में उतार चढ़ाव होने के कारण चना में इल्ली लगना शुरू हो गया है। अगर अच्छी ठंड नहीं पड़ी तो फसलों को नुकसान होगा।

एक्सपर्ट व्यू: इल्ली वाले पौधे उखाड़कर जमीन में गाड़ें
कृषि विभाग के उप संचालक मनोज कश्यप का कहना है अभी इल्ली प्रारंभिक स्थिति मेें है। जहां भी पौधे में इल्ली दिखाई दे, उसे उखाड़ कर जमीन में दफन कर दें। प्रारंभिक स्थिति में रासायनिक दवाओं का उपयोग नहीं करना चाहिए। अगर इल्ली कुछ ज्यादा दिखाई दे तो कृषि विशेषज्ञों से सलाह लें, रासायनिक दवाओं का उपयोग करें।



Source link