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- Only One Bulb In The House, The Bill Came To 13 Thousand, The Minister Called The Officers And Checked If He Made 212 Rupees
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भोपाल24 मिनट पहले
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शिकायत के बाद मंत्री खुद महिला के घर पहुंचे
- मंत्री से शिकायत करने गईं महिला तो वह खुद साथ उसके घर आ गए
- यह तो एक मामला- रोज ऐसी ही 350 से ज्यादा शिकायतें बिजली दफ्तरों में पहुंचती हैं
अरेरा हिल्स के पास मंत्रालय से सटे भीमनगर बस्ती में रहने वालीं निर्मला बाई। झुग्गी नंबर 92 में रहती हैं। इस महीने उन्हें 13 हजार 731 रुपए का बिजली बिल मिला ताे वे चाैंक गईं। निर्मला ने हिम्मत बटाेरी और मंगलवार सुबह बिल लेकर सुबह 9:30 बजे शिवाजी नगर स्थित ऊर्जा मंत्री प्रद्मुम्न सिंह ताेमर के बंगले पर पहुंच गईं।
बिल दिखाते हुए कहा देखिए, मंत्री जी, मेरे घर में सिर्फ एक बल्ब जलता है, टीवी, फ्रिज और कूलर कुछ भी नहीं है। 2 महीने पहले मैंने नया मीटर लगवाया था। बिजली दफ्तर वालाें ने मुझे इस माह 13,731 रुपए का बिल थमा दिया।
महिला की समस्या सुनकर मंत्री भी चाैंक गए। बिना देर किए वे महिला काे अपने साथ कार में बैठाकर भीमनगर स्थित उसके घर सुबह 11: 10 बजे पहुंचे। वहां उन्हाेंने बिजली कंपनी के जहांगीराबाद जाेन के मैनेजर अमित राय काे बुलवाया। इसके बाद बिल सुधारा गया, जो 212 रुपए का बना। मंत्री ने बिल से जुड़े कई सवाल किए, लेकिन मैनेजर संताेषजनक जवाब नहीं दे सके।
ऐसे में तो विभाग की छवि खराब होती है
मंत्री ने मैनेजर से पूछा कि इतना बिल क्याें आया? यहां काेई फैक्टरी नहीं है, काेई यूनिट नहीं है। मैनेजर ने कई तर्क रखे जिससे मंत्री भी सहमत भी हुए, लेकिन मंत्री ने कहा यह गलती किसकी है, पता करें, ये बिल किसने जारी किया। ऐसी शिकायतों से जनता के बीच में विभाग की छवि खराब होती है। गौरतलब है कि आमतौर पर बिजली बिल से जुड़ी औसतन 350 शिकायतें रोजाना आती हैं।
मीटर रीडर की गलती
मीटर की नहीं बल्कि मीटर रीडर की गलती है, इसके अलावा और कहां क्या कमी रही। यह जांच की जा रही है। जिसकी गलती हाेगी, उसके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी।
– पंकज यादव, डीजीएम साउथ डिवीजन बिजली कंपनी
इधर, अमले की दरियादिली
35 फीट ऊंची हाईटेंशन लाइन में फंसे कबूतर काे जिंदा बचाया
मंगलवार काे बिजली कंपनी के मैदानी अमले ने एक दरियादिली की मिसाल भी पेश की। अमले ने छह नंबर बस स्टाॅप के पास सुबह करीब 10:30 बजे 33केवी क्षमता की हाईटेंशन लाइन में पतंग के धागे से एक कबूतर फंस गया था। पेट्राेलिंग के दाैरान अमले काे यह पता चला ताे चार इमली से कीलनदेव और सतपुड़ा भवन की बिजली सप्लाई बंद करके दूसरी लाइन से सप्लाई चालू करके एक लाइनमैन काे 35 फीट ऊंची लाइन पर चढ़ाया गया। इसके बाद कबूतर काे जिंदा बचाकर उड़ा दिया गया।