लापरवाही या साजिश: पहरा देने नहीं आया जवान, 11 दिन पहले जेल में आया बंदी हथकड़ी खिसकाकर अस्पताल से हुआ फरार

लापरवाही या साजिश: पहरा देने नहीं आया जवान, 11 दिन पहले जेल में आया बंदी हथकड़ी खिसकाकर अस्पताल से हुआ फरार


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ग्वालियर36 मिनट पहले

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जेल से भागे बंदी कल्लू को 11 दिन पहले ही भोपाल से ग्वालियर जेल भेजा गया था

  • पुलिस व जेल प्रबंधन तलाश में जुटा
  • पत्नी भी मिलने आई थी रात को

11 दिन पहले भोपाल जेल से ग्वालियर सेन्ट्रल जेल में आया दुष्कर्म व अपहरण का बंदी जयारोग्य अस्पताल के जेल वार्ड से फरार हो गया है। घटना मंगलवार-बुधवार दरमियानी रात की है। हाल ही में उसे टीबी के इलाज के लिए जेएएच लाया गया था। जिस जवान की ड्यूटी थी वह आया नहीं। जबकि बंदी पैर में बांधी गई कड़ी खोलकर भाग गया। लगातार दो दिन से वह खून की उल्टी कर रहा था। गंभीर रूप से बीमार था। ऐसे में उसका भागना कई सवाल खड़े कर रहा है। घटना के बाद पुलिस व जेल प्रबंधन फरार बंदी की तलाश में जुट गए हैं।

ग्वालियर केन्द्रीय जेल से 35 वर्षीय बंदी मोहन पुत्र कल्लू अहिरवार को 19 दिसम्बर को टीबी की बीमारी के चलते जेएएच स्थित बंदी वार्ड में भर्ती कराया था और उसकी निगरानी के लिए जेल प्रहरी तैनात किए गए थे। मंगलवार-बुधवार दरमियानी रात वह चकमा देकर अपने पैर में लगी कड़ी को खिसकाकर फरार हो गया। बंदी के भागने का पता बुधवार सुबह उस समय चला जब ड्यूटी चेक करने के लिए मुख्य प्रहरी दरयाब सिंह, बंदी वार्ड पहुंचे। पुलिस जवान और बंदी दोनों गायब मिले हैं। बंदी गायब देखते ही अपने स्तर पर तलाश की, लेकिन बंदी का पता नहीं चला। जेल प्रबंधन को सूचना दी। सूचना मिलते ही जेल प्रबंधन मौके पर पहुंचा और मामले की सूचना पुलिस को दी। पुलिस ने स्टेशन, बस स्टैंड सहित अन्य सार्वजनिक स्थानों पर उसकी तलाश की है।

अपहरण और दुष्कर्म का आरोपी है मोहन

जेल अधीक्षक मनोज साहू ने बताया कि सागर का रहने वाला मोहन दुष्कर्म और अपहरण के मामले में सजा काट रहा है। उसकी तबीयत खराब हुई तो उसे सागर से भोपाल ट्रांसफर किया गया था। वहां से उसे 18 दिसम्बर को ग्वालियर लाया गया था। यहां पर खून की उल्टी करने पर उसे 19 दिसंबर को जेएएच में भर्ती कराया था। यहां पर जेल प्रहरियों की निगरानी में उसका उपचार चल रहा था।

दो जवानों पर कार्रवाई

जेल अधीक्षक मनोज साहू का कहना है कि बंदी की सुरक्षा के लिए रात 2 से 6 बजे की ड्यूटी अनीश खान की थी और वह अपनी ड्यूटी से गायब मिला, जबकि इससे पहले 10 से 2 बजे की ड्यूटी विपिन लोधी की थी और वह बिना चार्ज दिए चला गया है। इन दोनों के खिलाफ कार्रवाई की जा रही है।

पत्नी भी सो रही थी बाहर

ऐसा भी पता लगा है कि अस्पताल के जेल वार्ड से भागे बंदी की पत्नी भी अस्पताल में मंगलवार को उससे मिलने आई थी। उसकी हालत गंभीर थी इसलिए पुलिस ने उसे मिलने दिया। घटना के समय वह अस्पताल के बाहर सो रही थी। सुबह वह पुलिस को सोती मिली है। पुलिस उससे भी पूछताछ कर रही है।



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