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- Jabalpur Forest Department And WCCB Nabbed Two Smugglers, Seized Chital And Gutari Skins, Hunted In Lockdown
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जबलपुरएक घंटा पहले
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खाल के साथ पकड़े गए दोनों तस्कर।
- वन विभाग का अमला जंगली जानवरों को सुरक्षा देने में फिसड्डी
जिले के जंगलों में प्रतिबंधित जीव-जंतुओं का शिकार जारी है। बुधवार को वन विभाग और वाइल्ड लाइफ क्राइम कंट्रोल ब्यूरो (WCCB) व ट्राइगर स्ट्राइक फोर्स ने बरेला में दो युवकों को दबोचा। दोनों के पास से चीतल व गुटरी के दो खाल जब्त किए। पूछताछ में पता चला कि दोनों ने लॉकडाउन में उक्त प्रतिबंधित जानवरों का शिकार किया था। जंगल से लगे गांवों में धड़ल्ले से इस तरह का शिकार हो रहा है। कार्रवाई ने वन विभाग पर भी बड़ा सवाल खड़ा कर दिया है। जिले में बलराम हाथी व जंगली सूअरों के बाद अब चीतल व गुटरी के शिकार की पुष्टि ने विभाग को कटघरे में खड़ा कर दिया है।
ग्राहक बनकर टीम ने जाल बिछाया
जानकारी के अनुसार WCCB अभिजीत रॉय चौधरी और वन मंडल अधिकारी अंजना सुचिता तिर्की के निर्देश पर वन्यजीव अपराध में लिप्त गिरोह और तस्करों के खिलाफ कार्रवाई के क्रम में संयुक्त टीम ने बरेला में दबिश दी। टीम को मुखबिर से सूचना मिली, दो तस्कर चीतल व गुटरी की खाल बेचने के लिए ग्राहक तलाश रहे हैं। इसके बाद टीम ने दोनों को पकड़ने के लिए जाल बिछाया। खुद ग्राहक बनाकर टीम ने एक व्यक्ति को भेजा।

आरोपियों से जब्त दोनों खाल
रेंज कार्यालय के पास से दबोचे गए
टीम ने दोनों शिकारियों को खाल लेकर बरेला रेंज कार्यालय के पास बुलाया। वहां बाइक सवार जितेंद्र कुमार वरकड़े और धर्मेंद्र कुमार कुशवाहा पिट्ठू बैग लेकर पहुंचे। संयुक्त टीम ने दोनों को दबोच लिया। बैग खुलवाया, तो उसमें दो खाल (spotted deer चीतल और barking deer स्थानीय नाम ghutri) जब्त किए। बरामद खाल के संबंध में दोनों दस्तावेज नहीं दिखा पाए। टीम ने दोनों खाल सहित आरोपियों की बाइक भी जब्त कर ली। वन विभाग ने दोनों के खिलाफ वन्य जीव संरक्षण अधिनियम 1972 के अंतर्गत दर्ज कर जांच में लिया है।
वन्य जीव की सुरक्षा नहीं कर पा रहा वन विभाग
खुलासे ने वन विभाग की टीम को एक बार फिर कटघरे में खड़ा कर दिया है। टीम की लापरवाही से ही पहली बार नर्मदा कॉरीडोर में कान्हा के जंगल से आए राम-बलराम की जोड़ी बिछड़ गई। 24 को जबलपुर की सीमा में बरेला से प्रवेश करने वाले दोनों हाथियों में बलराम 27 नवंबर को बरगी के मोहास गांव के पास कैनाल किनारे मृत हालत में पाया गया था। जंगली सूअरों के लिए बिछाए गए करंट की चपेट में वह आ गया था। वहीं, सिहोरा व मझगवां में जंगली सूअरों के लिए बिछाए गए तार में दो युवकों की मौत हो चुकी है। जंगली सूअरों के शिकार के बीच अब चीतल व गुटरी के शिकार की बात भी सामने आई है।