- Hindi News
- Local
- Mp
- Indore
- Madhya Pradesh Farmer Complaint; Horticulture Department Officer Reached At Kisan Ke Khet Mein
Ads से है परेशान? बिना Ads खबरों के लिए इनस्टॉल करें दैनिक भास्कर ऐप
इंदौर4 मिनट पहले
- कॉपी लिंक
बीज खरीदते समय किसान को बताया गया था कि गाजर की लंबाई एक से डेढ़ फीट की होगी।
कंपेल गांव के किसान की शिकायत पर उद्यानिकी विभाग के अफसर किसान के खेत पर पहुंचे और यहां मौका मुआयना करने के बाद बयान भी दर्ज किए। इसके बाद अफसर नंदलालपुरा स्थित बीज की दुकान पर भी पहुंचे और बीज व उसकी कंपनी के संबंध में जानकारी भी ली। इस पर किसान ने गाजर की फसल तीन इंच की होने पर मुआवजा देने की मांग भी की है।
किसान की शिकायत पर उद्यानिकी विभाग व कृषि वैज्ञानिक का दल गाजर के खेत पर पहुंचा। किसान महेंद्र चौधरी ने बताया कि जांच में अधिकारियों के द्वारा पंचनामा बनाकर मौके पर पाया कि जो गाजर खेत में उगी है, उसकी साइज किसान की शिकायत के आधार पर बिल्कुल सही है। गोल्डन सीड्स की गोल्डन रोजी वेराइटी का बीज जो दुकानदार से खरीदा गया था और जो साइज गाजर का बताया गया था, वह नहीं है। खेत में बिल्कुल बौना साइज उगा है। वहीं, अधिकारियों ने पाया कि किसान ने सही मात्रा में दवाई खाद का उपयोग किया फिर भी फसल बाजार में बेचने लायक नहीं रही। कंपनी व दुकानदार द्वारा जो साइज व क्वाॅलिटी बताई गई उससे भिन्न फसल खेत में उगी, जिससे किसान को लाखों रुपए का नुकसान हुआ।
पीड़ित किसान ने बताया कि अधिकारियों ने सलाह दी है कि आप की फसल पक चुकी है। जो भी भाव बिके खेत खाली करके आगे की फसल की तैयारी कर ली जाए। वहीं, अफसरों ने नंदलालपुरा स्थित बीज भंडार पर जाकर भी बीज के संबंध में जांच की है। इसकी रिपोर्ट वरिष्ठ अफसरों को सौंपने के बाद ही आगे की कार्रवाई की जाएगी।
यह है मामला
कंपेल गांव के एक किसान ने सितंबर में अपने खेत में गाजर बोई। जिस कंपनी का बीज बोया उसके अफसरों के मुताबिक लगभग एक फीट की गाजर उगनी चाहिए, लेकिन 3 इंच लंबी गाजर ही उगी हैं। ऐसे में किसान ने घटिया बीज के संबंध में उद्यानिकी विभाग में शिकायत की थी। किसान महेंद्र चौधरी के मुताबिक, मैंने गोल्डन सीड्स की वेरायटी गोल्डन रोजी के नाम का 600 रुपए किलो वाला 8 किलो गाजर का बीज कृषि सुधार बीज भंडार नंदलालपुरा से खरीदा था। अब जबकि फसल तैयार हुई तो गाजर की लंबाई तीन इंच के आसपास है। मुझे प्रमाणित कंपनी के बीज के नाम पर घटिया बीज दे दिया गया। मैंने उद्यानिकी विभाग के वरिष्ठ कृषि अधिकारी को क्षतिपूर्ति की मांग की है, क्योंकि मुझे गाजर के खरीदार भी नहीं मिल रहे।