Bhopal: हाई टेंशन लाइन में फंसा था कबूतर, लड़के ने जान पर खेलकर ऐसे बचाया

Bhopal: हाई टेंशन लाइन में फंसा था कबूतर, लड़के ने जान पर खेलकर ऐसे बचाया


एक विद्युतकर्मी कबूतर को बचाने के लिए बिजली की हाईटेंशन लाइन पर चढ़ गया .

दरअसल विद्युतकर्मी कीलनदेव फीडर पर काम कर रहा था. इतने में उसने देखा कि एक कबूतर हाई टेंशन लाइन में मांजे में फंस गया है.


  • News18Hindi

  • Last Updated:
    December 30, 2020, 11:08 AM IST

भोपाल. शहर के बीचों-बीच एक अजीब वाक्या हुआ. एक विद्युतकर्मी कबूतर को बचाने के लिए बिजली की हाईटेंशन लाइन पर चढ़ गया और उसकी जान बचाई. मामला छह नंबर स्थित कीलनदेव फीडर का है.

दरअसल विद्युतकर्मी कीलनदेव फीडर पर काम कर रहा था. इतने में उसने देखा कि एक कबूतर हाई टेंशन लाइन में मांजे में फंस गया है. इस 33 केवी की लाइन से कबूतर निकाले के लिए पहले तो वो लड़की लेकर चढ़ा, लेकिन कबूतर नहीं निकला. उसके बाद विद्युतकर्मी और ऊपर चढ़ा और हाथ से कबूतर को निकाल लिया.

अमरावती में भी हुआ था ऐसा

कुछ महीनों पहले अमरावती में भी उस्मानिया मस्जिद के पास बिजली के खंबे पर कबूतर जिंदगी और मौत से लड़ रहा था. ये कबूतर भी मांजे में ही फंसा हुआ था. इस दौरान 8 लोगों ने 1 घंटे तक कड़ी मेहनत से रेस्क्यू ऑपरेशन चलाया और कबूतर को बचा लिया. रेस्क्यू ऑपरेशन के दौरान इन आठ युवकों ने पहले एक मिनी डोअर को खंबे के पास खड़ा किया, उस मिनी डोअर पर चढ़कर एक लंबे बांस में आरी का पता बांधा और एक घंटे तक चायना मेड मांजे को काटते रहे. इसके बाद कबूतर को पकड़ा और नीचे उतारा. कबूतर को पशु चिकित्सालय ले जाकर इलाज कराया गया.कबूतरों से बीमारी की आशंका

कबूतरों पर हुए शोध में बड़े खतरे सामने आए हैं. डॉक्टरों का भी कहना है कि कबूतर की बीट में ऐसे इंफेक्शन होते हैं जो आपके फेफड़ों को खासा नुकसान पहुंचाते हैं और आपको जल्दी इनका पता भी नहीं चलता है. आपके घर में लगे एसी के आसपास कबूतरों ने घोंसला बनाया है तो ये खतरा कई गुना बढ़ जाता है. दरअसल जहां पर भी ज़्यादा कबूतर होते हैं, वहां पर एक अजीब सी दुर्गन्ध होती है. ये कबूतर उन्हीं जगहों पर बैठना पसंद करते हैं, जहां पर इन्होंने बीट की हो. जब ये बीट सूख जाती है तो पाउडर का रूप ले लेती है, और जब ये पंख फड़फड़ाते हैं तो बीट का पाउडर सांसों के ज़रिए हमारे भीतर पहुंच जाता है. इसी से फेफड़े की भयंकर बीमारी होती है. कबूतरों पर शोध में खुलासा हुआ है कि इनकी बीट की वजह से कई बीमारियां पैदा हो सकती हैं.

रिसर्च में हुआ खुलासा
प्रोफेसर वी वासुदेव राव की रिसर्च के मुताबिक, एक कबूतर एक साल में 11.5 किलो बीट करता है. बीट सूखने के बाद उसमें परजीवी पनपने लगते हैं. बीट में पैदा होने वाले परजीवी हवा में घुलकर संक्रमण फैलाते हैं. इस संक्रमण की वजह से कई तरह की बीमारियां होती हैं. कबूतर और उनकी बीट के आसपास रहने पर इंसानों में सांस लेने में तकलीफ, फेफड़ों में इन्फ़ेक्शन, शरीर में एलर्जी हो सकती है.








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