कड़ाके की ठंड के साथ साल की विदाई: राजस्थान के चार जिलों में पारा शून्य से नीचे, MP में दतिया सबसे ठंडा; चंडीगढ़ में विजिबिलिटी घटकर हुई 20 मीटर

कड़ाके की ठंड के साथ साल की विदाई: राजस्थान के चार जिलों में पारा शून्य से नीचे, MP में दतिया सबसे ठंडा; चंडीगढ़ में विजिबिलिटी घटकर हुई 20 मीटर


  • Hindi News
  • National
  • Four Districts Of Rajasthan Have Mercury Below Zero, Datia Coldest In MP; Visibility Reduced To 20 Meters In Chandigarh

Ads से है परेशान? बिना Ads खबरों के लिए इनस्टॉल करें दैनिक भास्कर ऐप

4 मिनट पहले

  • कॉपी लिंक

जयपुर के अमरसर में खेतों की फेंसिंग पर जमी बर्फ।

बर्फीली हवा के कारण साल का आखिरी दिन भी शीतलहर का असर बना हुआ है। मध्यप्रदेश की राजधानी भोपाल में पारा गिरकर 7 डिग्री पर पहुंच गया तो राजस्थान के चार जिलों का तापमान शून्य से भी नीचे चला गया। इन चारों जिलों में जमाव की स्थिति बन गई है। चंडीगढ़ में कोहरे के बाद विजिबिलिटी घटकर 20 मीटर हो गई, जिसके बाद लोगों को कहीं आने-जाने में परेशानी का सामना करना पड़ा।

राजस्थान के चुरू में सर्दी ने तोड़ा 9 साल का रिकॉर्ड

राजस्थान के चार शहरों में तापमान अब भी जमाव बिंदु से नीचे है। 15 शहरों में पारा 5 डिग्री से भी नीचे चला गया। माउंट आबू में पहली बार दिसंबर में लगातार दूसरे दिन तापमान माइनस 4 डिग्री दर्ज हुआ। फतेहपुर में माइनस 3, चूरू में माइनस 1.5 और जोबनेर में माइनस 1.4 डिग्री रहा। आबू में सर्दी किस कदर कहर ढा रही है, इसका अंदाजा इसी से लगाया जा सकता है कि तीन दिन से यहां पारा शून्य से नीचे है, जबकि लगातार 17 दिन से सुबह बर्फ जम रही है।

यह तापमान बुधवार का है।

यह तापमान बुधवार का है।

चूरू में सर्दी ने 9 साल का रिकॉर्ड तोड़ा। साल 2011 में यहां पारा माइनस 1.4 पर था। चूरू में दिसंबर में अब तक सबसे कम तापमान 28 दिसंबर 1973 को माइनस 4.6 डिग्री रहा था। झालावाड़ के सुनेल स्थित जोनपुर गांव में खेत पर सिंचाई कर रहे किसान हरिश्चंद्र (32) की ठंड लगने से मौत हो गई।

ठंड से ठिठुरा मध्य प्रदेश, 2.9 डिग्री के साथ दतिया सबसे ठंडा रहा

मप्र कड़ाके की ठंड से ठिठुर गया है। बुधवार का दिन भोपाल में प्रदेश भर में सबसे ठंडा रहा। यहां दिन का तापमान सामान्य से 7 डिग्री कम यानी 18 डिग्री दर्ज किया गया। हालांकि, रात में पारा 2.2 डिग्री उछलकर 10.1 डिग्री पर पहुंच गया।

भोपाल की मनुआभान टेकरी से क्लिक किया गया फोटो।

भोपाल की मनुआभान टेकरी से क्लिक किया गया फोटो।

दतिया प्रदेश में सबसे ठंडा रहा। यहां न्यूनतम तापमान 2.9 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। प्रदेश के 16 जिलों में सीवियर कोल्ड डे व कोल्ड डे रहा। दतिया, धार व ग्वालियर जिले शीतलहर की चपेट में रहे। भोपाल के अलावा उज्जैन, इंदौर, धार, और राजगढ़ में सीवियर कोल्ड डे रहा। छतरपुर जिले के खजुराहो, सागर, दमोह, गुना, नौगांव, खंडवा, खरगोन, रतलाम, शाजापुर जिलों में कोल्ड डे रहा।

चंडीगढ़ में रहा सीजन का सबसे ठंडा दिन, विजिबिलिटी 50 मीटर

बुधवार को सीजन का सबसे ठंडा दिन रिकॉर्ड किया गया। पारा सामान्य से 9 डिग्री कम रहा। दिन का अधिकतम तापमान 11.5 डिग्री दर्ज किया गया, जो सामान्य से 9 डिग्री कम रहा। यहां विजिबिलिटी सुबह 8:30 बजे 50 मीटर रही जो बाद में 20 मीटर तक हो गई थी।

चंडीगढ़ में कोहरे के कारण विजिबिलिटी घटकर 20 मीटर रह गई।

चंडीगढ़ में कोहरे के कारण विजिबिलिटी घटकर 20 मीटर रह गई।

छत्तीसगढ़ में शीतलहर पड़ी धीमी, सुबह जम रही ओस

प्रदेश की राजधानी रायपुर में हवा की दिशा बदलने के कारण ठंड कम हो गई है। इससे शीतलहर धीमी पड़ गई है। रात तथा दिन का तापमान दो से तीन डिग्री तक बढ़ गया है। तापमान बढ़ने के कारण गर्म हवा के भीतर छिपा हुआ वाष्पीकृत पानी ठंडी सतहों से टकराकर सुबह-सुबह ओस के रूप में नजर आने लगा है।

नया रायपुर में घास पर जमी ओस की फोटो।

नया रायपुर में घास पर जमी ओस की फोटो।

पंजाब में पाला जमने और कोहरा बढ़ने के बाद अमृतसर सबसे ठंडा

कड़ाके की सर्दी पड़ने से पंजाब का अधिकतम तापमान सामान्य से 5 डिग्री नीचे आ चुका है, इससे सूबे के सभी जिले कोल्ड डे बन चुके हैं। बुधवार को राज्य के पांच जिलों का तापमान 5 डिग्री गिरकर 13 डिग्री के आसपास पहुंच गया। इसमें पठानकोट, अमृतसर, जालंधर, लुधियाना और पटियाला शामिल हैं। अमृतसर में न्यूनतम पारा सबसे कम 1.8 डिग्री रिकॉर्ड किया गया।

हिमाचल में घना कोहरा छाने के बाद येलो अलर्ट जारी

हिमाचल के शिमला में भी बुधवार सीजन का सबसे ठंडा दिन रिकॉर्ड किया गया। इसके बाद मौलम विभाग ने 4 मैदानी जिलों ऊना, बिलासपुर, हमीरपुर और कांगड़ा में येलो अलर्ट जारी कर दिया। विभाग ने चार जनवरी से पूरे प्रदेश में बारिश और बर्फबारी का पूर्वानुमान भी लगाया है।

शिमला में अब भी जारी है बर्फबारी।

शिमला में अब भी जारी है बर्फबारी।



Source link