लोकसभा चुनाव में कालाधन: EOW ने दर्ज की प्राथमिकी, शिवराज सरकार के 3 मंत्रियों समेत कांग्रेस नेताओं की बढ़ सकती हैं मुश्किलें

लोकसभा चुनाव में कालाधन: EOW ने दर्ज की प्राथमिकी, शिवराज सरकार के 3 मंत्रियों समेत कांग्रेस नेताओं की बढ़ सकती हैं मुश्किलें


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भोपाल25 मिनट पहले

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लोकसभा चुनाव में कालेधन के लेनदेन मामले में सीबीडीटी की रिपोर्ट पर ईओडब्ल्यू ने प्राथमिकी दर्ज कर ली है।

  • सामान्य प्रशासन विभाग ने देर शाम भेजा पत्र, चुनाव आयोग को दी सूचना
  • 5 जनवरी को सरकार की तरफ से मुख्य सचिव को देना है चुनाव आयोग में जवाब

लोकसभा चुनाव में कालेधन का लेनदेन में आर्थिक अपराध अन्वेषण ब्यूरो( EOW) ने प्राथमिकी दर्ज कर ली है। ऐसे में कांग्रेस नेताओं की मुश्किलें बढ़ सकती हैं। सामान्य प्रशासन विभाग ने देर शाम EOW के डीजी को पत्र भेजकर कार्रवाई के निर्देश दिए। अब शिवराज सरकार के तीन मंत्रियों समेत पूर्व मुख्यमंत्री कमल नाथ, पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह की मुश्किलें बढ़ सकती हैं। हालांकि प्राथमिकी दर्ज करने में किसी का नाम अभी शामिल नहीं किया गया है, लेकिन 3 आईपीएस अफसर सुशोवन बनर्जी, वी. मधुकुमार व संजय व्ही माने और राज्य पुलिस सेवा के अधिकारी अरुण कुमार मिश्रा पर गाज गिरना अब लगभग तय हो गया है।

सामान्य प्रशासन विभाग ने शुक्रवार देर शाम ईओडब्ल्यू को भेजा पत्र

सामान्य प्रशासन विभाग ने शुक्रवार देर शाम ईओडब्ल्यू को भेजा पत्र

सामान्य प्रशासन विभाग ने शुक्रवार देर शाम ईओडब्ल्यू को भेजा पत्र।

सामान्य प्रशासन विभाग ने शुक्रवार देर शाम ईओडब्ल्यू को भेजा पत्र।

मंत्रालय सूत्रों ने बताया कि सीबीडीटी की रिपोर्ट पर कार्रवाई के लिए सरकार पर दबाव बढ़ता जा रहा था। दरअसल, चुनाव आयोग ने सरकार से पूछा है कि सीबीडीटी की अप्रेजल रिपोर्ट पर आगे क्या कार्रवाई करेंगे? आयोग ने इस संबंध में राज्य शासन को पत्र भेजकर मुख्य सचिव इकबाल सिंह बैस और एसीएस गृह राजेश राजौरा को 5 जनवरी को तलब किया है। इससे पहले सरकार ने ईओडब्ल्यू में प्राथमिकी दर्ज करा कर इसकी प्रति चुनाव आयोग को भेज दी है। बता दें, सीबीडीटी ने 16 दिसंबर 2020 को प्रदेश के मुख्य सचिव को रिपोर्ट भेजी थी। चुनाव आयोग के अधिकारी रिपोर्ट लेकर आए थे। वहीं, आयोग ने रिपोर्ट में जिन लोगों पर दोष सिद्ध हुआ है, उनके खिलाफ कार्रवाई के लिए लिखा है।

रिपोर्ट में 64 विधायकों के नाम, 13 बीजेपी में शामिल

सीबीडीटी की रिपोर्ट में तत्कालीन कमलनाथ सरकार के मंत्री सहित 64 विधायकों के नाम हैं। इनमें से 13 विधायक रिपोर्ट आने से पहले बीजेपी का दामन थाम चुके हैं। बीजेपी के 13 में से 8 विधायक (इसमें से दो प्रद्युमन सिंह तोमर और राज्यवर्धन सिंह दत्तीगांव मंत्री हैं) सिंधिया समर्थक हैं। रिपोर्ट में सीधे तौर पर पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ का नाम नहीं है, लेकिन दिग्विजय सिंह पर लोकसभा चुनाव में 90 लाख रुपए मिलने के आरोप हैं।

रिपोर्ट में शिवराज सरकार के तीन मंत्रियों के नाम

सीबीडीटी की रिपोर्ट पर चुनाव आयोग ने चुनाव में कालेधन के इस्तेमाल को लेकर शासन को कार्रवाई के लिए कहा है। मामले में विधानसभा उपचुनाव जीतकर शिवराज सरकार में फिर से मंत्री बनने वाले बिसाहूलाल सिंह, प्रद्युम्न सिंह तोमर, राजवर्धन सिंह दत्तीगांव, 3 आईपीएस अफसर सुशोवन बनर्जी, वी मधुकुमार व संजय व्ही माने और राज्य पुलिस सेवा के अधिकारी अरुण कुमार मिश्रा के नाम हैं। इसमें संबंधितों के खिलाफ विभागीय और आपराधिक कार्रवाई होनी है।



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