छह साल बाद भी पूरा नहीं पार्किंग का वादा: मल्टीलेवल पार्किंग के प्रस्ताव पर बनी थी सहमति, विरोध में उलझी

छह साल बाद भी पूरा नहीं पार्किंग का वादा: मल्टीलेवल पार्किंग के प्रस्ताव पर बनी थी सहमति, विरोध में उलझी


Ads से है परेशान? बिना Ads खबरों के लिए इनस्टॉल करें दैनिक भास्कर ऐप

सागर19 घंटे पहले

  • कॉपी लिंक

इस साल नगर निगम चुनाव होंगे, राजनीतिक दल जनता से फिर वोट मागेंगे। महापौर पद महिला के लिए आरक्षित होने से प्रत्याशी बदल जाएंगे लेकिन मुद्दे वहीं रहेंगे, क्योंकि पिछले चुनाव के ज्यादातर मुद्दों और समस्याओं का समाधान नहीं हुआ है। हालांकि विकास के कुछ काम भी हुए हैं। हम प्रत्येक मुद्दों, चुनावी वादों और वार्ड विकास की हकीकत लोगों के सामने लाएंगे। आज से शहर विकास के ऑडिट के साथ भास्कर का विशेष अभियान

शहर में पार्किंग का मुद्दा पिछली भाजपा की नगर सरकारों से ही चला आ रहा है। इसको हल करने के लिए वचन पत्रों में वादे तो किए गए, लेकिन समस्या जस की तस ही रही। खास तौर से मुख्य बाजार कटरा में इसी समस्या से निपटने प्रयोग किए गए, जिसमें सड़क का चौड़ीकरण, फुटपाथ का निर्माण, ऑटो स्टैंड, दुकानों का अतिक्रमण हटाने शामिल हैं। फिर भी अधिकारी से लेकर जनप्रतिनिधि तक इस मुद्दे को हल करने में नाकाम ही रहे। आलम यह है कि शहर के मुख्य बाजार 70 फीट से ज्यादा चौड़ी सड़क वाहनों के कारण सिकुड़कर 20 फीट की हो जाती है।

यह स्थिति केवल यहीं नहीं बल्कि पूरे शहर में है। शहर में औसतन 2 सालों में जनसंख्या का घनत्व 7% की दर से बढ़ रहा है। लगातार वाहनों की संख्या में भी इजाफा हो रहा है। इसके बाद भी शहर में पार्किंग नहीं है। खास तौर से मुख्य बाजार के कमर्शियल कॉम्प्लेक्स (एक-दो को छोड़) किसी में भी पार्किंग का प्रावधान नहीं किया गया। 2014 में महापौर रहे अभय दरे की परिषद में मल्टीलेवल पार्किंग के लिए प्रस्ताव तो बनाया, वह भी विरोध में उलझकर रह गया और निगम द्वारा पार्किंग नहीं बनाया जा सका।

शहर की तस्वीर : तीनबत्ती की सड़क पर वाहन

कमर्शियल किसी भी इलाके में नहीं वाहन पार्किंग

शहर के कटरा बाजार से लेकर सिविल लाइन, तिली, तहसीली, गोपालगंज भगवानगंज, बस स्टैंड, मोतीनगर किसी भी इलाके में वाहनों के लिए स्थाई पार्किंग नहीं है। कटरा बाजार में मुख्य मार्ग पर बनी बिल्डिंग के वाहन सालों से सड़कों पर ही पार्क होते आए हैं। पुलिस इसका स्थायी हल नहीं निकाल पा रही है। जब तक यह समस्या हल नहीं होती, तब तक सड़कों पर ट्रैफिक का दबाव बना रहेगा।

मैंने प्रस्ताव बनाया, राजनीतिक विरोध में पास नहीं हुआ

म्युनिसिपल स्कूल के अंदर जर्जर होते भवन के यहां मल्टीलेवल पार्किंग का प्रस्ताव मैंने एमआईसी (मेन इन काउंसिल) की बैठक में रखा था। जिस पर सभी ने सहमति दी और एजेंडा पास भी हो गया। परिषद की बैठक में इस मुद्दे का राजनीतिक विरोध हुआ और मामला फिर उलझ गया। शहर को मल्टीलेवल पार्किंग की सख्त जरूरत है।
-अभय दरे, पूर्व महापौर सागर



Source link