भोपाल में सफल रहा कोरोना वैक्सीन का ड्राई रन, छोटे बच्चे को लेकर प्रक्रिया में शामिल हुईं स्वास्थ्यकर्मी

भोपाल में सफल रहा कोरोना वैक्सीन का ड्राई रन, छोटे बच्चे को लेकर प्रक्रिया में शामिल हुईं स्वास्थ्यकर्मी


सरकार ने कोरोना के खिलाफ टीकाकरण का पूरा प्लान तैयार कर रखा है, इसी के तहत शनिवार को पूरे देश में इसके लिए ड्राई रन किया गया (प्रतीकात्मक तस्वीर)

कोविड वैक्सीन के ड्राई रन (Covid Vaccine Dry Run) में महिला स्वास्थ्यकर्मियों का जज्बा भी देखने को मिला. तमाम परेशानियों को दरकिनार करते हुए महिला आशा कार्यकर्ता बतौर स्वास्थ्यकर्मी ड्राई रन के दौरान वैक्सीन लगवाने पहुंची. इनमें से कुछ महिला आशा कार्यकर्ता ऐसी भी थीं जिनकी गोद में छोटे-छोटे बच्चे थे


  • News18Hindi

  • Last Updated:
    January 2, 2021, 11:24 PM IST

भोपाल. शनिवार को भोपाल (Bhopal) समेत पूरे देश में एक साथ कोरोना वायरस वैक्सीन का ड्राई रन (Covid Vaccine Dry Run) सफलतापूर्वक किया गया. यह ड्राई रन भोपाल (Dry Run Bhopal) के तीन अलग-अलग केंद्रों पर किया गया था. ड्राई रन के दौरान पच्चीस-पच्चीस स्वास्थ्य कर्मचारियों को वैक्सीन लगाने (Covid-19 Vaccine) की प्रक्रिया अपनाई गई. ड्राई रन में महिला स्वास्थ्यकर्मियों का जज्बा भी देखने को मिला. तमाम परेशानियों को दरकिनार करते हुए महिला आशा कार्यकर्ता बतौर स्वास्थ्यकर्मी ड्राई रन के दौरान वैक्सीन लगवाने पहुंची. इनमें से कुछ महिला आशा कार्यकर्ता ऐसी भी थीं जिनकी गोद में छोटे-छोटे बच्चे थे.

ऐसी ही एक महिला स्वास्थ्यकर्मी प्रीति राहुल ने न्यूज़ 18 से बातचीत में कहा कि वो इसलिए ड्राई रन में वैक्सीन लगवाने की प्रक्रिया में शामिल हो रही हैं ताकि इसे लेकर लोगों के मन में समाया डर समाप्त हो सके. उन्होंने कहा कि वो खुद भी वैक्सीन लगवाएंगी और लोगों को इस बात के लिए जागरूक करेंगी कि यह वैक्सीन उन्हें कोरोना से बचा सकती है. प्रीति राहुल के अलावा एक और महिला स्वास्थ्यकर्मी यास्मीन भी अपने छोटे बच्चे के साथ ड्राई रन प्रक्रिया में शामिल हुईं.

तीन केन्द्रों पर सफलतापूर्वक हुआ कोरोना वैक्सीन का ड्राई रन

कोविन एप पर वैक्सीनेशन के लिए चुने गये 75 व्यक्तियों के सफलतापूर्वक ड्राई रन (रिहर्सल) में वैक्सीनेशन होने के आंकड़े सुबह 11 बजे के बाद ऑनलाइन प्रदर्शित होने लगे. प्रदेश के चिकित्सा शिक्षा मंत्री विश्वास सारंग ने गोविंदपुरा स्वास्थ्य केंद्र स्थित वैक्सीनेशन केंद्र पहुंचकर ड्राई रन की प्रक्रिया का जायजा लिया. उन्होंने वैक्सीनेशन रिहर्सल के लिए पहंचे लोगों और वैक्सीनेशन टीम के अधिकारियों व कर्मचारियों से चर्चा की. ड्राई रन के सफलतापूर्वक संपन्न होने पर एसीएस स्वास्थ्य मो. सुलेमान ने ड्राई रन की समीक्षा की और इसे संचालित करने वाले स्वास्थ्य विभाग के सभी अधिकारी, कर्मचारियों को बधाई दी.यह ड्राई रन भोपाल में तीन वैक्सीनेशन केंद्रों- गांधीनगर स्वास्थ्य केंद्र, गोविंदपुरा स्वास्थ्य केंद्र और एल.एन मेडिकल कॉलेज कोलार में किए गए थे. इन वैक्सीनेशन केंद्रों पर जिनका वैक्सीनेशन किया जाना था, उनका पहले में चयन कर लिया गया था. इसके साथ ही उन्हें वैक्सीनेशन की तारीख, वैक्सीनेशन केंद्र और समय की जानकारी एसएमएस द्वारा दी गई थी.

रांची में तीन सेंटर पर कोरोना वैक्सीन का ड्राई रन किया गया.

भोपाल में तीन केंद्रों पर पहले से चयन किए गए व्यक्तियों को कोरोना वायरस वैक्सीन लगाने का ड्राई रन किया गया

प्रोटोकॉल का पालन, 30 मिनट ऑब्जर्वेशन 
प्रोटोकॉल का पालन सुनिश्चित करते हुए शनिवार दो जनवरी की सुबह नौ बजे से ड्राई रन शुरू किया गया था. प्रत्येक वैक्सीनेशन केंद्र पर 25 व्यक्तियों का वैक्सीनेशन किया गया. वैक्सीनेशन केंद्र पर लोगों के पहुंचने पर उन्हें प्रतीक्षा कक्ष में बिठाने, वैक्सीनेशन के लिए तैयार करने की व्यवस्था की गई थी, इसमें सोशल डिस्टेंसिंग का पालन, हैंडवॉश और मास्क पहनने सहित अन्य प्रोटोकॉल का पालन किया गया. वैक्सीनेशन के लिए भेजने से पहले व्यक्ति का इन्फ्रारेड टेंपरेचर और पल्स ऑक्सीमीटर से परीक्षण किया गया था. इसके बाद संबंधित की पहचान का सत्यापन कर प्रतीक्षा कक्ष में रखा गया. साथ ही उन्हें वैक्सीनेशन के संबंध में जरूरी संदेश भी दिए गए थे.

वैक्सीनेशन कक्ष में एक-एक व्यक्ति को क्रम से प्रवेश दिया गया, जहां पर उनका वैक्सीनेशन करने वाले कार्यकर्ता ने रिहर्सल वैक्सीनेशन किया. इसके बाद वैक्सीनेशन कक्ष से वैक्सीनेट होने के बाद आए व्यक्ति को ऑब्जर्वेशन रूम में रखा गया. ऑब्जर्वेशन रूम में सभी लोगों को प्रोटोकॉल का पालन करते हुए 30 मिनट तक रोका गया. ऑब्जर्वेशन रूम में चिकित्सक और स्टॉफ ऐसी सभी दवाइयों के साथ मौजूद रहे, जिनसे किसी भी प्रकार के साइड इफेक्ट को कंट्रोल किया जा सकता था. आधा घंटा पूरा होने के बाद वैक्सीनेट किया गया व्यक्ति पूरी तरह से स्वस्थ्य और घर जाने के लिए तैयार था.








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