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इंदौर10 मिनट पहले
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घटना के बाद अधीक्षक के कमरे के बाहर खड़े जूनियर डॉक्टरों
शनिवार को अंकुश चौहान अपनी भाभी को एम वाय अस्पताल लेकर पहुंचा जहां अंकुश का कहना था कि भाभी ने जहर खा लिया था जिसके बाद वह अस्पताल लेकर आया था लेकिन जूनियर डॉक्टरों की हड़ताल का उसे अंदाजा नहीं था और डॉक्टर मरीजों को छोड़कर इमरजेंसी रूम से बाहर जा बाहर जा रहे थे जिसके बाद महिला को शौचालय के लिए जाना था और इस बात को लेकर जूनियर डॉक्टरों द्वारा फरियादी अंकुश के साथ मारपीट की, फरियादी का यह भी आरोप है कि उसकी एक सोने की चेन भी इस विवाद में कहीं गिर गई है और वह थाने जाने के बाद भी अपनी रिपोर्ट दर्ज नहीं करा पा रहा है

मारपीट के बाद फरयादी मीडिया से दूर लेजाते सुरक्षाकर्मी
पूरी घटनाक्रम को लेकर जहां एमवाई अधीक्षक एस ठाकुर से कई घंटों तक बात करने की कोशिश की गई लेकिन वह अपने बंद कमरे में ही जूनियर डॉक्टरों से बातचीत करते रहे जिसके बाद उन्होंने एमजीएम मेडिकल कॉलेज के डीन को बुलाया और फिर केवल चर्चाओं का दौर ही चलते रहा

मारपीट के बाद शिकायत दर्ज कराने पहुंचा,अंकुश चौहान
गौरतलब है कि 2 दिन पहले जूनियर डॉक्टर द्वारा मरीज का अटेंडर के साथ मारपीट का एक वीडियो सामने आया था जिसके बाद भी अस्पताल प्रबंधक मोन दिखाई दिया था , ऐसे कई मामले सामने आए हैं लेकिन शासन प्रशासन और प्रबंधन हमेशा मोन ही दिखाई दिया है