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ग्वालियर9 मिनट पहले
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शहर में बारिश के बाद मौसम बदल गया है, रात की अपेक्षा दिन में ठंड सता रही है
- ठिठुरन वाली ठंड से मामूली राहत
- रात की अपेक्षा दिन में ज्यादा सता रही है ठंड
रविवार की रात अन्य दिनों की तुलना में कुछ गर्म रही है। शहर सहित अंचल में बादल और बारिश के चलते बीते दो दिन में रात के पारे में 7.2 डिग्री तक का उछाल आया है। जिस कारण रविवार सुबह न्यूनतम तापमान 12 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया है। इससे पहले शनिवार को 24 घंटे में हल्की और तेज बारिश के चलते कुल 7 मिली मीटर वर्षा मौसम विभाग ने रात 3 बजे तक रिकॉर्ड की है। अगले 48 घंटे में बारिश की संभावना जताई जा रही है। जिस कारण दिन में अधिकतम तापमान में गिरावट आने की संभावना है।
एक बार फिर बादल और बारिश ने अंचल के जिलों में मौसम बदल दिया है। अफगानिस्तान और पाकिस्तान के पास पश्चिमी विक्षोभ सक्रिय है। राजस्थान के ऊपर चक्रवातीय घेरा बना हुआ है। जिस कारण अरब सागर से नमी आ रही है और बादल छाए हैं। जब यह नमी बढ़ जाती है तो बारिश में बदल जाती है। बीते दो दिन से ऐसा ही मौसम बना हुआ है। अंचल के मुरैना, भिंड, श्योपुर सहित ग्वालियर में बारिश हुई है। यही कारण है कि शनिवार को दिन में इन जिलों में कड़ाके की ठंड रही है। ग्वालियर शहर में शनिवार दोपहर हुई हल्की बारिश के बाद शाम और रात को तेज बारिश हुई है। पर दिन के विपरीत आसमान में बादल होने और बर्फीली हवा नहीं चलने से रात के तापमान में उछाल आया है। दो दिन पहले जो तापमान 4.8 डिग्री दर्ज हुआ था वह उछाल मारकर 12 डिग्री तक पहुंच गया है। जबकि शनिवार को अधिकतम तापमान 18.6 डिग्री दर्ज किया गया था।
48 घंटे में बारिश की संभावना
मौसम वैज्ञानिक सीके उपाध्याय की माने तो बादल अभी डेरा जमाए हुए हैं। ऐसे में अगले 48 घंटे में ग्वालियर और उसके आसपास के जिलों में बारिश और छोटे ओले गिर सकते हैं। दो दिन बाद मौसम साफ होगा और उत्तर से बर्फीली हवा चलेगी। जिस कारण अंचल में ठंड बढ़ेगी
दिन में धूप न निकलने से बढ़ेगी ठंड
रविवार सुबह की शुरूआत हल्की धुंध और बादल के साथ हुई है। बीते रोज की तरह रविवार को भी दिन में धूप के कम ही दर्शन होने की उम्मीद है। ऐसा माना जा रहा है कि धूप न निकलने से दिन में तापमान गिर सकता है और ठंड बढ़ सकती है।
किसानों के चेहरे खिले
बीते रोज हुई मावठा बारिश से किसानों के चेहरे खिल गए हैं। इतनी बारिश उनकी फसल के लिए अमृत का काम करेगी। अभी और बारिश की संभावना है, लेकिन ओले फसल बिगाड़ सकते हैं।