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ग्वालियर20 घंटे पहले
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प्रतिकात्मक फोटो
- पीएनजी से एलपीजी की डिमांड कम हुई
सुरक्षा और सुविधा मिलने से पीएनजी (पाइप्ड नेचुरल गैस) के ग्राहकों की संख्या बढ़ रही है। इसका असर एलपीजी सिलेंडर की सप्लाई पर दिखाई देने लगा है। जनवरी में ऐसे ग्राहकों की संख्या सिर्फ 10 फीसदी है जिन्होंने अभी तक 9 या इससे अधिक एलपीजी सिलेंडर लिए हैं।
करीब 10 फीसदी ऐसे ग्राहक हैं जिन्होंने पीएनजी कनेक्शन के बाद एलपीजी सिलेंडर लेना छोड़ दिया है। उल्लेखनीय है कि एक ग्राहक के लिए एक साल में 12 सब्सिडी वाले एलपीजी सिलेंडरों का कोटा तय है। एलपीजी गैस के लिए नए कनेक्शन पिछले तीन साल से कम हो रहे हैं। जो पहले के कनेक्शन हैं उनकी बुकिंग भी कम हो रही है।
इन क्षेत्रों में कम हुई है मांग
कंपू, डीडीनगर, सिटी सेंटर, गोला का मंदिर, विनय नगर, आनंद नगर, पटेल नगर आदि ऐसे क्षेत्र हैं जहां पर पीएनजी की लाइन डल चुकी है। इसी कारण यहां पर एलपीजी की खपत कम हो रही है। इन क्षेत्रों में एलपीजी के काफी ग्राहक पीएनजी का उपयोग कर रहे हैं।
पीएनजी के लिए प्रतीक्षा सूची
अवंतिका गैस लिमिटेड अब कलेक्टोरेट के पीछे तथा महाराजपुरा क्षेत्र में पीएनजी लाइन डालने की तैयारी में है। कंपनी के मुताबिक वर्तमान में एक हजार से ज्यादा ग्राहकों की प्रतीक्षा सूची है। लश्कर व घनी आबादी वाले क्षेत्रों में अभी पीएनजी की सुविधा नहीं मिलेगी।
झंझट व खर्च दोनों ही कम
एलपीजी की तुलना में पीएनजी में खर्च और सिलेंडर उठाने लगाने जैसा झंझट नहीं है। पीएनजी हवा से हल्की होने के कारण लीकेज होने पर बाहर निकल जाती है जबकि एलपीजी में ऐसा नहीं है। एलपीजी की तुलना में पीएनजी उपयोग करने पर एक ग्राहक का 100 रुपए खर्च कम हो रहा है।
एलपीजी: शहर में 3 कंपनियाें की 27 एजेंसियाें पर 410000 उपभाेक्ता हैं
पीएनजी: 5 साल में उपभोक्ता बढ़कर 21000 हो गए। पिछले साल ये 15000 थे।
ऐसे समझें खर्च का हिसाब
एलपीजी सिलेंडर में 14.2 किलो गैस होती है जबकि पीएनजी स्टैंडर्ड क्यूबिक मीटर (एससीएम) के हिसाब से मिलती है। एक किलो एलपीजी गैस आज के रेट के हिसाब से 50.77 पैसे में मिल रही है। एक किलो एलपीजी के बराबर पीएनजी की 1.30 एससीएम होते हैं, इस पर खर्च 29 रुपए प्रति एससीएम आता है। एलपीजी पर बैट भी देना पड़ता है।
पीएनजी से एलपीजी की डिमांड कम हुई
अभी 20 हजार ग्राहक है, ये पीएनजी का उपयोग कर रहे हैं, इसी कारण एलपीजी की डिमांड कम हुई है। प्रतिदिन 10 हजार यूनिट की खपत हो रही है। वर्ष 2021 में हमारा लक्ष्य 40 हजार ग्राहकोंं का है। इसी कारण नए क्षेत्रों में लाइन डाली जा रही है।
-पीयूष बिजपुरिया, प्रभारी अवंतिका गैस लिमिटेड, ग्वालियर
मांग कम हाेना काेराेना संक्रमण भी है
पीएनजी के कारण एलपीजी सिलेंडरों की मांग पर असर आया है। आज की स्थिति में 20 फीसदी ग्राहक ऐसे हैं जिन्होंने चालू साल के 10 महीने निकलने के बाद भी सिर्फ छह या इससे कम सिलेंडर लिए हैं। एलपीजी की मांग कम होने का एक कारण कोरोना संक्रमण भी है।
-श्यामानंद शुक्ला, एलपीजी एजेंसी संचालक