जिम्बाब्वे में सभी तरह की क्रिकेट गतिविधियों पर रोक लगा दी गई है. (सांकेतिक फोटो )
सोमवार से पुरुषों का घरेलू टी20 टूर्नामेंट शुरू होना था और इस टूर्नामेंट के लिए टीमें पहुंच भी गई थी और क्वारंटीन थी.
स्कूलों को फिर से खोलने को भी स्थगित कर दिया गया है. सरकार के इस फैसले से जिम्बाब्वे क्रिकेट काफी प्रभावित हुआ है. सोमवार से पुरुषों का घरेलू टी20 टूर्नामेंट शुरू होना था. खिलाड़ी पहले से ही अनिवार्य क्वारंटीन में थे. क्रिकेट बोर्ड ने बयान जारी कर कहा कि यह काफी चुनौतीपूर्ण स्थिति है, लेकिन जिम्बाब्वे क्रिकेट का लक्ष्य सभी प्रभावित टूर्नामेंटों का कार्यक्रम दोबारा तैयार करना है, जिसमें एलीट पुरुष घरेलू टी20 प्रतियोगिता भी शामिल है जो सोमवार से शुरू होनी थी. जब भी सुरक्षित लगेगा तब इन प्रतियोगिताओं का आयोजन होगा.
मार्च से नहीं की किसी टीम की मेजबानी
जिम्बाब्वे ने पिछले साल मार्च में कोरोना वायरस के बढ़ते मामलों के कारण दुनिया भर में खेल गतिविधियां ठप पड़ने के बाद से किसी टीम की मेजबानी नहीं की है. जिम्बाब्वे को पिछले साल अप्रैल में आयरलैंड, अगस्त में अफगानिस्तान और भारत की मेजबानी करनी थी लेकिन वैश्विक स्वास्थ्य संकट के कारण इन दौरों को रद्द कर दिया गया.यह भी पढ़ें :
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नई लॉकडाउन पाबंदियों से जिम्बाब्वे और अफगानिस्तान के बीच जनवरी के आखिरी में खेली जाने वाली तीन टी20 और दो टेस्ट मैचों की सीरीज भी प्रभावित हुई है. हालांकि पहले यह सीरीज भारत में खेली जानी थी, मगर बाद में फैसला लिया कि यह यूएई या जिम्बाब्वे में से किसी एक देश में खेली जाएगी. जिम्बाब्वे ने नवंबर में पाकिस्तान में सीमित ओवरों के छह मैचों की श्रृंखला खेली थी. (भाषा इनपुट के साथ)