दक्षिणी हवाओं से ठंड गायब: जबलपुर में बादल छाए, न्यूनतम पारा तीन डिग्री सेल्सियस उछला, अधिकतम पारा नीचे आया

दक्षिणी हवाओं से ठंड गायब: जबलपुर में बादल छाए, न्यूनतम पारा तीन डिग्री सेल्सियस उछला, अधिकतम पारा नीचे आया


Ads से है परेशान? बिना Ads खबरों के लिए इनस्टॉल करें दैनिक भास्कर ऐप

जबलपुर21 मिनट पहले

  • कॉपी लिंक

सुबह दर्शन देकर बादलों में छिप गया सूरज

  • सात जनवरी को एक और पश्चिमी विक्षोभ के सक्रिय होने से अभी छाए रहेंगे बादल
  • संभाग में कहीं-कहीं हो सकती है बूंदाबांदी

दक्षिणी हवाओं ने ठंड गायब कर दिया है। आसमान में छाए बादल जनवरी में फरवरी जैसे मौसम का अहसास करा रहे हैं। न्यूनतम पारा तीन डिग्री सेल्सियस उछल कर 17.4 डिग्री सेल्सियस पर पहुंच गया। वहीं अधिकतम पारे में धूप के कमजोर होने से गिरावट आई है। अधिकतम पारा मंगलवार को 24 डिग्री सेल्सियस तक जाने का अनुमान है। मौसम विभाग के मुताबिक सात जनवरी को एक और पश्चिमी विक्षोभ सक्रिय हो रहा है। इसके असर से अभी बादलों से निजात नहीं मिलने वाला है। अगले 12 घंटे में संभाग में कहीं-कहीं बूंदाबांदी हो सकती है।
अगले 12 घंटे में हो सकती है हल्की बारिश
जानकारी के अनुसार सोमवार को अधिकतम तापमान 27.5 डिग्री सेल्सियस दर्ज हुआ। यह रविवार की तुलना में लगभग तीन डिग्री सेल्सियस जरूर कम रहा, लेकिन सामान्य से चार डिग्री सेल्सियस अधिक था। वहीं रविवार रात को न्यूनतम तापमान 14.1 डिग्री सेल्सियस था, जो सोमवार की रात बढ़कर 17.4 डिग्री सेल्सियस पर पहुंच गया। मंगलवार सुबह 10 बजे तापमान 21 डिग्री सेल्सियस तक पहुंच गया। हालांकि बादलों की वजह से अधिकतम तापमान में गिरावट दर्ज होने का अनुमान है। मौसम विभाग के अनुसार अगले 12 घंटों में जबलपुर, कटनी, नरसिंहपुर, उमरिया सहित महाकौशल के कई जिलों में हल्की बारिश हो सकती है।
सात जनवरी पश्चिमी विक्षोभ की संभावना
मौसम विभाग में सहायक मौसम वैज्ञानिक देवेंद्र तिवारी के मुताबिक वर्तमान में पश्चिमी विक्षोभ मध्य पाकिस्तान के ऊपर समुद्र तल से 2.1 किमी व 7.6 किमी की ऊंचाई के मध्य एक चक्रवातीय परिसंचरण के रूप में सक्रिय है। इसके प्रभाव में दक्षिण-पश्चिमी राजस्थान के ऊपर एक प्रेरित चक्रवातीय परिसंचरण समुद्र तल से 1.5 किमी की ऊंचाई तक सक्रिय है। इससे होकर एक ट्रफ लाइन उत्तरी पंजाब से पूर्वोत्तर अरब सागर तक गुजर रही है। जबकि पूर्वी बांग्लादेश के आसपास एक अन्य चक्रवातीय परिसंचरण सक्रिय है। 7 जनवरी से अगले पश्चिमी विक्षोभ के प्रभावी होने की संभावना बनी हुई।



Source link