कवायत: कान्ह के प्रदूषित पानी को शिप्रा में मिलने से रोकने के लिए तैयार हो रहा मिट्‌टी का बांध

कवायत: कान्ह के प्रदूषित पानी को शिप्रा में मिलने से रोकने के लिए तैयार हो रहा मिट्‌टी का बांध


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उज्जैनएक दिन पहले

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इंदौर से आई कान्ह नदी के प्रदूषित पानी को शिप्रा में मिलने से रोकने के लिए त्रिवेणी के समीप पीएचई मिट्‌टी का बांध बना रहा है। मिट्‌टी के बांध में प्लास्टिक की बोरियों में मिट्‌टी भर कर बहाव को रोका गया है। इस पर मिट्‌टी का भराव किया जा रहा है। पीएचई अधिकारियों का दावा है कि राघो पिपलिया स्टापडेम से कान्ह का जो प्रदूषित पानी बह कर आ रहा है वह मिट्‌टी के डेम पर रुक जाएगा। इससे त्रिवेणी स्टापडेम की अपस्ट्रीम में भरा साफ पानी प्रदूषित नहीं होगा।

इधर पीएचई शिप्रा के डाउन स्ट्रीम के स्टापडेमों के गेट खोल कर प्रदूषित पानी को खाली कर रहा है। जबकि त्रिवेणी स्टापडेम की डाउन स्ट्रीम में नई पाइप लाइन से नर्मदा का पानी भी डाला जा रहा है। यह पानी रामघाट तक शिप्रा में भरा जाएगा। गऊघाट स्टापडेम पर नर्मदा का पानी जमा करेंगे, ताकि उसका पेयजल प्रदाय में उपयोग हो सके। रामघाट स्टापडेम के गेट मंगलवार शाम को बंद किए गए हैं। इससे अब रामघाट पर साफ पानी जमा होना शुरू होगा।



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