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- The Moneylender Father son Took Out 5.72 Lakh Rupees From The Account Of Two Railway Workers, Then The Usurer Caught The Jewelry In Katangi
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जबलपुर15 मिनट पहले
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प्रतीकात्मक फोटो
- सूदखोर पिता-पुत्र के खिलाफ गढ़ा व सिविल लाइंस में दर्ज हुआ मामला, कटंगी में तीसरी एफआईआर
सूदखोर पिता-पुत्र ने दो रेल कर्मियों को ब्याज पर 1.70 लाख और ढाई हजार देकर 7.22 लाख रुपए वसूल लिए। इसके एवज में दोनों से कोरे चेक लिए थे। फिर खुद से राशि भरकर 5.72 लाख रुपए निकाल लिए। 1.50 लाख रुपए नकद ले चुके थे। एक पीड़ित ने गढ़ा तो दूसरे ने सिविल लाइंस थाने में एफआईआर दर्ज कराई है। वहीं कटंगी में सूदखोर गिरवी में रखा जेवर ही हड़प कर गया। तीनों प्रकरणों में गढ़ा, सिविल लाइंस और कटंगी पुलिस ने एफआईआर दर्ज कर जांच में लिया है।
सूदखोर पिता-पुत्र के मकड़जाल में फंसे दो रेल कर्मी
गढ़ा पुलिस के मुताबिक श्यामला हिल्स कॉलोनी निवासी राजेश राजपूत रेलवे में कैंटीन कुक थे। उन्होंने रेलवे पुल नंबर एक के पास स्थित कृष्णा भोजनालय के लकी कुमार से 20 जुलाई 2018 में चार प्रतिशत ब्याज पर 1.70 लाख रुपए उधार लिए थे। 1.50 लाख रुपए लौटा चुके हैं। बावजूद लकी पांच लाख रुपए और मांग रहा था। सात जुलाई 2019 को लकी ने राजेश से तीन कोरे चेक लिए। दो चेक बैंक बाउंस कराकर, कोर्ट में केस लगा दिया था। इसी बीच राजेश के खाते में रिटायरमेंट का पैसा आया तो , एक दिसंबर 2020 को तीसरा चेक लगाकर पांच लाख रुपए निकाल लिए।
ढाई हजार देकर साढ़े 72 हजार वसूल लिए
सूदखोर लकी टाटीकर और उसके पिता विनोद का दूसरा शिकार रेलवे सुरक्षा विभाग में जूनियर क्लर्क योगेंद्र सिंह पनसेरिया बना। रेलवे अस्पताल के पीछे रहने वाले पनसेरिया बीमारी के चलते वेतन बाधित होने से आर्थिक तंगी में आ गए थे। फरवरी 2020 को उन्होंने विनोद व लकी टाटीकर से 10 प्रतिशत ब्याज पर ढाई हजार रुपए उधार लिए। अगले महीने से ही दोनों पैसे वापस करने का दबाव डालने लगे। नौ जून 2020 को उसका 89 हजार 331 रुपए का लोन पास हुआ। उसी दिन दोनों ने चेक लगाकर 72 हजार 500 रुपए निकाल लिए। सिविल लाइंस पुलिस ने दोनों को गिरफ्तार कर लिया।
सोने की कीमत बढ़ी, तो हड़प कर गया जेवर
तीसरी शिकायत कटंगी थाने में कंचन नगर निवासी अभिषेक जैन ने दर्ज कराई। बताया कि पिता की बीमारी में 17 अक्टूबर 2017 को उसने संजय जैन उर्फ पप्पू जैन से 1.20 लाख रुपए एक प्रतिशत ब्याज पर उधार लिए थे। इसके एवज में उसने 75 ग्राम वजनी सोने की चार चूड़ी व एक मंगलसूत्र गिरवी रखा था। इसकी कोई रसीद संजय ने नहीं दी थी। तय ब्याज के अनुसार अब तक का 45 हजार रुपए और 1.20 लाख रुपए मूलधन लौटाने को वह तैयार है। जेवर मांगने पर विवाद कर कहता है कि उसने जेवर बेच दिये हैं।