भोपाल में आज अपने कैबिनेट मंत्रियों के साथ मैराथन बैठकों के बाद सीएम शिवराज सिंह चौहान ने पुलिस अफसरों के साथ भी बैठक की. उनका फोकस महिला विरोधी अपराधों में की जा रही कार्रवाई पर था. इस समीक्षा के दौरान भिंड से महिला अपहरण की वारदातों के जो आंकड़े आए उसने मुख्यमंत्री को भी चिंता में डाल दिया.
डीजीपी को हिदायत
दरअसल महिला अपराध के मामले में मध्य प्रदेश काफी आगे है. इनमें भी नाबालिग लड़कियों के अपहरण और लापता होने के केस ज़्यादा हैं.ये हालात कमोवेश पूरे प्रदेश में हैं लेकिन बाकी ज़िलों में पुलिस ने लड़कियों को बरामद भी कर लिया. सिर्फ भिंड इसमें फिसड्डी रह गया. सीएम शिवराज सिंह ने इस पर चिंता और नाराज़गी जताई.उन्होंने पुलिस महानिदेशक विवेक जौहरी को निर्देश दिए कि पुलिस अपनी कार्यप्रणाली सुधारे और बच्चियों को ढूंढ़ कर उन्हें उनके परिवार तक पहुंचाए.अपराधियों पर NSA लगाएं
प्रदेश के बाकी ज़िलों में गुम हुई लड़कियों का रिकवरी रेट ठीक है. जिन जिलों में 80 से 84 प्रतिशत बरामदगी का प्रतिशत है उनमें देवास, अलीराजपुर, झाबुआ, श्योपुर और अशोकनगर जिले शामिल हैं.मुख्यमंत्री ने पुलिस महानिदेशक विवेक जौहरी को महिलाओं के विरूद्ध यौन अपराधों के मामलों में जिलों में सख्त कार्रवाई करने के निर्देश दिए. सिवनी, आगर-मालवा, सतना, हरदा और बुरहानपुर में ऐसे मामलों में बेहतर कदम उठाए गए हैं. मुख्यमंत्री ने यहां तक कहा कि महिलाओं के खिलाफ अपराध करने वाले आरोपियों के खिलाफ जिला बदर, रासुका के तहत भी कार्रवाई की जाए.
इन ज़िलों में बेहतर कार्रवाई…
-प्रदेश में चिन्हित अपराधों पर अच्छी कार्रवाई करने वाले जिलों में सिवनी, आगर-मालवा, सतना, हरदा, बुरहानपुर शामिल हैं.
-चिन्हित अपराधों में अच्छी कार्रवाई में देवास, खरगोन, नीमच, मंडला, उज्जैन, पन्ना और छिंदवाड़ा जिले आगे हैं.
भोपाल में बेहतर हालात
भोपाल के एडिशनल एसपी दिनेश कौशल ने बताया कि भोपाल में महिलाओं की स्थिति अच्छी है. यहां महिला विरोधी अपराध काफी कम हैं. महिलाओं की सुरक्षा के लिए यहां मैत्री वाहन चलाए जाते हैं. साथ ही हर थाने में महिला डेस्क के जरिए महिलाओं की मदद की जाती है. समय-समय पर महिला अपराधों की समीक्षा भी की जाती है. सभी थाना प्रभारियों को सख्त निर्देश हैं कि वो ऐसे मामलों में समय पर जांच कर कार्रवाई करें.