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- Satta King Birju Had A Network In Eight Districts Including Jabalpur, Police Is Going Through The Entire Horoscope, The Property Can Be A Kingdom
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जबलपुर12 मिनट पहले
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सट्टा किंग बिरजू महेश्वरी के फ्लैट से जब्त मोबाइल व कैलकुलेटर की फाइल फोटो।
- कोतवाली पुलिस उसके बैंक खातों, संपत्तियों की सूची तैयार करने में जुटी
गुंडे-माफिया के खिलाफ चलाए जा रहे अभियान के क्रम में गिरफ्त में आया सट्टा किंग बिरजू महेश्वरी की कुंडली खुलने लगी है। जबलपुर सहित आठ राज्यों में सट्टे का नेटवर्क संचालित कर धनकुबेर बने बिरजू की बेनामी संपत्ति राजसात हो सकती है। उसने जबलपुर से लेकर रीवा-नागपुर तक बेनामी संपत्ति बनाई है। 15 साल बाद पुलिस की गिरफ्त में आए महेश्वरी के बैंक खातों और बेनामी संपत्तियों की सूची तैयार करने में कोतवाली पुलिस जुटी है।
15 साल बाद आया पुलिस गिरफ्त में
58 वर्षीय बिरजू महेश्वरी पिछले 25 वर्षों से सट्टा खिला रहा है। वह इस पूरे नेटवर्क को इतने संगठित तरीके से अंजाम दे रहा था कि पुलिस को उसे पकड़ने में 15 साल लग गए। 2005 में एसपी रहे उपेंद्र जैन के कार्यकाल में पहली बार सट्टे में गिरफ्तार हुआ था। 15 साल बाद बीते मंगलवार को उसके फ्लैट पर पुलिस ने फिर दबिश दी, तो उसका काला-चिट्ठा सामने आया। सट्टे की बदौलत उसने बेटे को इंजीनियरिंग कराई और रीवा में एक बड़ी खदान लेकर उसे दी है।
एक करोड़ का रोज लगता था दांव
बिरजू महेश्वरी जबलपुर सहित नरसिंहपुर, कटनी, सिवनी, सतना, उमरिया, मंडला, दमोह में रोज एक करोड़ का सट्टा खिलवाता था। इसमें से आधी रकम उसकी जेब में आती थी। सट्टे की रकम से उसने अकूत संपत्ति बनाई है। प्रारंभिक छानबीन में उसके नाम बेलखाडू में कई एकड़ जमीन, रीवा में माइंस की खदान, नागपुर में मकान, होटल में पार्टनरशिप उजागर हुई है। शहर में भी उसने कई जगह प्लाट व मकान ले रखे हैं। उसकी पूरी संपत्ति की सूची तैयार कराई जा रही है।
गुर्गों को दे रखा था इनकमिंग वाला मोबाइल
मंगलवार को कोतवाली क्षेत्र के गोपाल बाग महेश भवन के थर्ड फ्लोर स्थित उसके फ्लैट में क्राइम ब्रांच ने दबिश दी थी। मौके से सट्टा किंग बिरजू उर्फ बृजकिशोर महेश्वरी और उसके 15 गुर्गे शैलेन्द्र तिवारी, राजकुमार ठाकुर, विकास श्रीवास्तव, कमलेश यादव, अभिषेक मार्को, आकाश ग्रोशर, सचिन डेटिया, ऋषि यादव, अमित मिश्रा, मयंक बनारसी, धवल बनारसी, अभिषेक पिल्ले, सिधांत सिंह, सौरभ सिंह ठाकुर, अमित मलिक गिरफ्तार हुए थे। मौके से जब्त 45 मोबाइल में 17 से खाईबाजी होती थी। ये मोबाइल उसके गुर्गे संभालते थे, लेकिन सभी में सिर्फ इनकमिंग कॉल की ही सुविधा थी।
सीडीआर से खुलेगा आठ जिलों का नेटवर्क
पुलिस दबिश के दौरान जब्त हुए 45 मोबाइलों की पिछले तीन महीने की सीडीआर निकलवाई जा रही है। खासकर इनकमिंग वाले 17 मोबाइलों से पता चलेगा कि उसके नेटवर्क से कितने लोग और कहां-कहां के जुड़े थे। बिरजू महेश्वरी शुरू से ही सट्टा खिलाने में वह तकनीक का प्रयोग कर रहा है। 2005 में उसके पास से लैपटॉप जब्त हुआ था। तब वह पूरा हिसाब-किताब इसी में लिखता था। फ्लैट में भी वह जिम की आड़ में सट्टा खिला रहा था। इसकी वजह से किसी को संदेह भी नहीं हुआ। सीएसपी कोतवाली दीपक मिश्रा के मुताबिक अब सट्टा किंग बिरजू महेश्वरी की पूरी कुंडली खोली जाएगी।