सर्वेक्षण: खिमलासा रेलवे गेट पर बनेगा ओवर ब्रिज, गेट के दोनों तरफ किया जा रहा सर्वेक्षण

सर्वेक्षण: खिमलासा रेलवे गेट पर बनेगा ओवर ब्रिज, गेट के दोनों तरफ किया जा रहा सर्वेक्षण


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बीना11 मिनट पहले

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बीना| खिमलासा गेट पर किया जा रहा परीक्षण।

  • ओवरब्रिज बनने से लोगों को रेलवे गेट से मुक्ति मिलेगी, घंटों इंतजार नहीं करना पड़ेगा

क्षेत्र में रेलवे का बड़ा जंक्शन स्टेशन होने कारण शहर चारों तरफ से रेलवे लाइनों से घिरा हुआ है। जिस कारण लोगों का कई घंटों का समय रेल गेट बंद होने के दौरान उसके खुलने के इंतजार में ही बीत जाता है। लेकिन इन रेलवे क्रॉसिंग से निजात दिलाने के लिए शहर में सागर रेलवे क्रॉसिंग एवं झांसी रेलवे क्रॉसिंग पर 2 ओवर ब्रिज का निर्माण कराया जा रहा है। जो इस साल के अंत तक पूरे होने की संभावना है।

इसके अलावा खुरई रोड स्थित एक अन्य ब्रिज का कार्य भी जल्द शुरू होने को है। इसके अलावा खिमलासा रेलवे गेट पर ओवरब्रिज का निर्माण कार्य शुरू करने के लिए पीडब्ल्यूडी ब्रिज विभाग के द्वारा सर्वेक्षण कार्य किया जा रहा है। गेट के दोनों तरफ बोरिंग कर जमीन में पत्थर की गहराई को नापा जा रहा है।

जिसके बाद एस्टीमेट एवं ड्राइंग तैयार कर शासन को भेजी जाएगी। जिससे इसी सत्र में ओवर ब्रिज के लिए बजट स्वीकृत किया जा सके।

फाइनरी व जेपी प्लांट के हैवी वाहनों को गेट पर घंटों नहीं खड़ा होना पड़ेगा
खिमलासा गेट पर ओवरब्रिज बनने के बाद लोगों को रेलवे गेट से मुक्ति मिलेगी। अभी जो समय राहगीरों को गेट बंद होने पर खराब करना पड़ता है। उससे राहगीरों को मुक्ति मिलेगी, वहीं रिफाइनरी जेपी पावर प्लांट के हैवी वाहनों को गेट पर घंटों नहीं खड़ा होना पड़ेगा। गेट के बनने के बाद लोगों का समय बचेगा वहीं स्थानीय लोगों को भी ओवर ब्रिज से लाभ मिलेगा।

बोरिंग करने पर 15 से 20 मीटर पर मिला पत्थर
पीडब्ल्यूडी ब्रिज विभाग के सब इंजीनियर एसएन रिछारिया ने बताया कि शासन के द्वारा सभी रेलवे क्रॉसिंग का सर्वे कार्य किया जा रहा है। जब से सभी रेलवे क्रॉसिंग पर ओवर ब्रिज का निर्माण कार्य कराया जा सके। शहर के खिमलासा रेलवे गेट पर ओवरब्रिज बनाने के लिए सर्वेक्षण कर किया जा रहा है। जिसके तहत दोनों तरफ बोरिंग कर जमीन में पत्थर की गहराई को नापा जा रहा है। खिमलासा गेट पर शहर की ओर बोरिंग से खुदाई करने में करीब 15 से 20 मीटर की गहराई में पत्थर मिला है। वहीं दूसरी तरफ की गहराई नापने का कार्य चल रहा है। उन्होंने बताया कि सर्वेक्षण के बाद एस्टीमेट एवं ड्राइंग तैयार कर शासन को भेजी जाएगी। जिसे इसी सत्र में बजट में लेना है।



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