सिवनी की शराब जबलपुर में बिक रही: कार में छिपा कर ला रहा था दो लाख की 36 पेटी शराब, एनएच-34 पर बरगी पुलिस ने पकड़ा

सिवनी की शराब जबलपुर में बिक रही: कार में छिपा कर ला रहा था दो लाख की 36 पेटी शराब, एनएच-34 पर बरगी पुलिस ने पकड़ा


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जबलपुर7 मिनट पहले

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तस्कर से जब्त दो लाख रुपए कीमत की 36 कार्टून देशी शराब

  • सिवनी के बरघाट स्थित देशी शराब की दुकान से सस्ते में खरीद कर ला रहा था जबलपुर

सिवनी जिले की शराब अवैध तरीके से जबलपुर में खपाई जा रही थी। बरगी पुलिस ने गुरुवार सुबह कालादेही के पास एक कार से दो लाख रुपए की 36 पेटी शराब जब्त की। आरोपी उक्त शराब सिवनी के बरघाट स्थित देशी शराब की दुकान से सस्ते में खरीद का ला रहा था। बरगी पुलिस ने रोका तो वह कार लेकर भागने लगा। पीछा कर बरगी पुलिस ने दबोचा। आरोपी की कार भी पुलिस ने शराब के साथ जब्त कर लिया।
गुरुवार तड़के पकड़ी गई शराब
जानकारी के अनुसार बरगी पुलिस को गुरुवार तड़के मुखबिर से सूचना मिली की सिवनी से कार में भरकर शराब लाई जा रही है। इस सूचना पर टीम ने एनएच-34 पर ग्राम कालादेही के पास प्रकाश ढाबा के सामने घेराबंदी की। धूमा की ओर से कार एमपी 20 सीजे 3934 आती हुई दिखी। पुलिस ने रोका तो उसने रफ्तार बढ़ा दी। पीछा कर पुलिस ने कार रोकी और ड्राइवर सीट पर मौजूद राम मंदिर बेदीनगर गढ़ा निवासी वीरेंद्र सिंह ठाकुर को दबोच लिया।

तस्कर की जब्त हुई कार

तस्कर की जब्त हुई कार

कार की पिछली सीट पर रखा था 36 कार्टून
कार की तलाशी में पीछे वाली सीट पर देशी शराब के 36 कार्टून मिले। इसमें कुल दो लाख रुपए कीमत की 1800 पाव देशी शराब थी। वीरेंद्र सिंह ठाकुर ने बताया कि उक्त शराब उसने सिवनी जिले की बरघाट स्थित देशी शराब दुकान से खरीदी थी। कार भी उसी की है। वह कार में सवार लोड कर सिवनी , धूमा होते हुए जबलपुर ले जा रहा था। बरगी पुलिस ने शराब सहित कार जब्त करते हुए उसके खिलाफ 34(2) आबकारी एक्ट का मामला दर्ज किया है।
ये है पूरा खेल
पुलिस सूत्रों की मानें तो हर लाइसेंसी शराब दुकान का हर महीने का कोटा निर्धारित रहता है। स्थानीय स्तर पर अधिक बिक्री नहीं होने पर वह अपना माल दूसरे क्षेत्र में खपाने की कोशिश करते हैं। ऐसे में वह खरीदी रेट से कुछ ही रकम ज्यादा लेकर इस तरह के तस्करों को बेच देते हैं। ये तस्कर अपने शहर के गली-मोहल्लों में चोरी से शराब बेचते हैं। खासकर रात 11 से सुबह छह बजे तक इनका धंधा सबसे अधिक चलता है। उस समय शराब की दुकानें बंद रहती हैं।



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