लंबे इंतजार के बाद आखिरकार रीना वतन लौट आईं.
रीना गेहलोद गत 16 नवंबर से सऊदी अरब में फंसी हुई थीं. रीना ने पीएम नरेंद्र मोदी को टवीट् कर भारत वापसी की गुहार लगाई थी.
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January 7, 2021, 11:02 AM IST
शहर की फारेस्ट कॉलोनी में रहनेवाली रीना गेहलोद गत 16 नवंबर से सऊदी अरब में फंसी हुई थीं. रीना ने पीएम नरेंद्र मोदी को टवीट् कर भारत वापसी की गुहार लगाई थी. उनकी भारत वापसी में हरदा जिला प्रशासन, मप्र और भारत सरकार के साथ राजस्थान के बूंदी निवासी चर्मेश शर्मा ने भी महत्त्वपूर्ण भूमिका निभाई है. रीना गेहलोद ने वापसी में मदद के लिए सभी को धन्यवाद दिया है.
यह है पूरा मामला
गौरतलब है कि रीना काम करने के मकसद से जनवरी 2020 में सऊदी अरब गई थीं. कोरोना के चलते उन्होंने 16 नवंबर 2020 को पीएम मोदी से मदद की गुहार लगाई थी. युवती ने पीएम मोदी को ट्वीट कर ये मदद मांगी थी. उन्होंने अपने साथ हुए शोषण का एक वीडियो और पीएम मोदी को किए गए ट्वीट सोशल मिडिया के जरिये हरदा की मिडिया को भेजे थे. इनके परिवार में पति बंसीलाल के अलावा तीन बेटी वैशाली दिव्या और भानु हैं.कब और कैसे मिली मदद
सऊदी अरब से रीना गेहलोद की भारत वापसी की अपील को सबसे पहले और प्रमुखता से न्यूज़ 18 ने 16 नवंबर 2020 को दिखाया था. 17 नवंबर को हरदा से परिजनों ने भी सरकार से मदद की गुहार लगाई थी. खबर प्रसारित होने के बाद मामला संज्ञान में आते ही हरदा कलेक्टर संजय गुप्ता ने 17 नवंबर 2020 को रीना गेहलोद के परिजनों के पास अधिकारियों की टीम भेजकर जानकारी ली थी. इसके बाद उसी दिन कलेक्टर संजय गुप्ता ने मप्र गृह विभाग के सचिव मो.शाहिद अवसार को पत्र लिखकर पुरे मामले की जानकारी दी. इस बीच हरदा पहुंचे प्रदेश के कृषि मंत्री कमल पटेल ने जानकारी लगते ही परिजनों को बुलाया और मदद की बात कही.
बेटी ने लगाई थी मां के लिए गुहार
18 नवंबर को हरदा सिविल लाइन थाना पुलिस ने सऊदी अरब में रीना की लोकेशन पता करने के लिए बैंक खातों की डिटेल लेकर बैंक प्रबंधन से बात की. 19 नवंबर 2020 को ही मप्र गृह विभाग की उपसचिव ने भारत के विदेश सचिव को पत्र लिखा. जिसमें लिखा गया कि मप्र सरकार के संज्ञान में यह मामला लाया गया है की हरदा निवासी रीना गेहलोद सऊदी में काम के लिए गई थी. वहां महिला परेशान है. महिला की बेटी ने आवेदन देकर निवेदन किया है कि उसकी मां को भारत वापस लाया जाए. महिला रीना गेहलोद के संबंध में डिटेल और आवेदन भी पत्र के साथ भेजे गए हैं. विगत 25 नवंबर को उनके विषय में सऊदी स्थित भारतीय दूतावास ने जानकारी ली गई और वहां सम्पर्क किया गया.