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- Digvijay When I Was CM, Took Action On Those Who Spread Religious Hysteria, Counteracted Shivraj Then They Tell, In Whose Time Did Simi Flourish In MP?
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भोपाल20 मिनट पहले
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मध्य प्रदेश में पत्थरबाजी को लेकर अब सियात शुरु हो गई है। पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह ने सरकार पर आरोप लगाए तो मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने पलटवार किया।
- कांग्रेस की मांग -उज्जैन, इंदौर व मंदसौर की घटना की डीजी, सीएस रैंक के रिटायर अफसर से जांच कराई जाए।
- मुख्यमंत्री बाले – अभियान सख्ती से जारी रहेगा,पत्थरबाजी करने वालों को दिग्विजय तो क्या कोई भी बचा नहीं पाएगा।
मध्य प्रदेश में पत्थरबाजी की घटनाओं को लेकर सियासत शुरु हो गई है। पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह ने उज्जैन, इंदौर और मंदसौर में हुई पत्थरबाजी की घटनाओं के बाद सरकार की कार्रवाई पर सवाल उठाए हैं। इन घटनाओं की निष्पक्ष जांच डीजी और सीएस रैंक के किसी रिटायर अफसर से कराने की मांग को लेकर दिग्विजय सिंह ने डीजीपी विवेक जौहरी को ज्ञापन सौंपा। इसके बाद उन्होंने मीडिया से कहा कि जब में मुख्यमंत्री था, तब धार्मिक उन्माद फैलाने वालों पर सख्त एक्शन लिए गए थे।
दिग्विजय सिंह का बयान आने के बाद मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान पलटवार करने में देर नहीं की। मुख्यमंत्री ने कहा- यदि ऐसा है तो दिग्विजय सिंह यह बताएं कि मध्य प्रदेश में सिमी किसके जमाने में पनपा था? उन्होंने आगे कहा-दिग्विजय के बारे में क्या कहूं। वे मनचाहा बोलते हैं और अनचाहा सुनते हैं। वे बताएं कि प्रदेश का बंटाढार कब हुआ? जिसने प्रदेश को तबाह कर दिया, प्रदेश के लोगों को सड़क,बिजली और पानी से वंचित कर दिया था। रोज तनाव की घटनाएं होती थीं। वे आज हमें पाठ पढ़ा रहे हें। मप्र में हर समाज, हर पंथ सुरक्षित है। कार्रवाई अगर होगी तो गुंडो व माफियाओं के खिलाफ होगी। उन्हें कोई नहीं रोक सकता। कानून सबसे के लिए समान है। मप्र सरकार माफिया, चिटफंड के नाम पर धोखा देने वालों रेव पार्टी करने वालों और पत्थरबाजी करने वालों के खिलाफ सख्त कार्रवाई जारी रखेगी। ऐसे लोगों को दिग्विजय तो क्या कोई नहीं बचा पाएगा।
घटनाओं को लेकर एसपी-कलेक्टर की जवाबदेही तय हो
दिग्विजय सिंह ने कहा कि तीन शहरों में हुई घटनाओं को लेकर एसपी और कलेक्टर की जवाबदेही तय होना चाहिए। उन्होंने कहा कि आईएएस और आईपीएस को किसी पार्टी का गुलाम बन कर काम नहीं करना चाहिए। संविधान उन्हें निष्पक्ष प्रशासक रहने की इजाजत देता है। उन्होंने कहा कि जब मैं मुख्यमंत्री था, तब धार्मिक उन्माद फैलाने के प्रयास किए गए। मैंने बजरंग दल और स्टूडेंट इस्लामिक मूवमेंट ऑफ इंडिया को प्रतिबंधित करने की सिफारिश केंद्र सरकार को भेजी थी। लेकिन एक बार फिर इसी तरह की घटनाएं प्रदेश में हो रही हैं। सरकार की जिम्मेदारी रोकना है। यदि सरकार ने एक्शन नहीं लिया तो मैं कदम बढ़ाऊंगा।