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हाेशंगाबाद18 घंटे पहले
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प्रतीकात्मक फोटो
- सेंटर के ट्रस्टी, पूर्व पदाधिकारियाें ने संपत्ति बेची, किया गबन
करीब 150 साल पुराने रसूलिया स्थित फ्रेंड्स रूरल सेंटर के ट्रस्टी सहित पूर्व पदाधिकारियाें के खिलाफ देहात पुलिस ने संपत्ति के गबन का केस दर्ज किया है। मकराेनिया (सागर) निवासी शिकायतकर्ता अनिल खनूजा (30) ने शुक्रवार काे देहात थाने में फ्रेंड्स रूरल सेंटर के पदाधिकारी डेनिस जुनाथन इटारसी, नलिनी टायटस रसूलिया और काेलार राेड भाेपाल निवासी सुंदरदास के खिलाफ केस दर्ज कराया है।
एफआईआर के मुताबिक सेंटर के पूर्व व वर्तमान पदाधिकारियाें ने दस्तावेजाें में कूट रचना कर रूरल सेंटर की संपत्ति बेची। देहात थाना टीआई हेमंत श्रीवास्तव के मुताबिक रसूलिया और फेफरताल स्थित फ्रेंड्स रूरल सेंटर के पदाधिकारियाें के खिलाफ केस दर्ज हुआ है। जांच जारी है।
1947 में जमीन छाेड़कर लंदन चली गई मूल संस्था: खनूजा
- रसूलिया में खसरा 23,25 और 25 की कुल 43.44 एकड़ भूमि है और फेफरताल में खसरा नंबर 84/जी की 5 एकड़ भूमि फ्रेंड्स रूरल सेंटर के नाम है। यह भूमि वर्ष 1903 में लंदन के रजिस्ट्रार ऑफ कंपनीज में गठित फ्रेंड्स फाॅरेन एशाेसिएसन ट्रस्ट कार्पाेशन हयस्टन राेड लंदन के नाम दर्ज थी, जाे कि 1947 में इसे छाेड़कर चले गए थे।
- 1962 में खसरा नंबर 23,24 की जमीन फर्जी प्रपत्राें की मदद से संस्था काे भेंट की गई। इसके बाद 1973 में भाेपाल में गठित संस्था के नाम उक्त भूमि में से कुछ की रजिस्ट्री की गई। भेंट की गई भूमि का विक्रय नहीं किया जा सकता है यह बात प्रपत्राें में भी दर्ज है। ट्रस्ट की जमीन अन्य संस्था को गलत तरीके से बेची गई।
जमीन हड़पने की काेशिश में है शिकायतकर्ता: टाइटस
फ्रेंड्स रूरल सेंटर रसूलिया की ट्रस्टी नलिनी टायटस का कहना है शिकायतकर्ता अनिल खनूजा 2008 से फ्रेंड्स रूलर सेंटर की जमीन हड़पने का प्रयास कर रहे हैं। पहले भी उन्हाेंने जमीन काे लेकर कमिश्नर काेर्ट, एसडीएम और तहसीलदार के यहां केस किया, लेकिन काेई दस्तावेज प्रस्तुत नहीं कर पाए। शहर के बीच यह कीमती भूमि है इनके पीछे निश्चित ही लैंड माफिया का हाथ है इनका ऑफिस भाेपाल में है। इनकी शिकायत का हम जवाब देंगे। यह जमीन 125 साल के भी पहले से संस्था के नाम है।