कोरोना वैक्सीन के ड्राय रन से ही घबरा गई महिला नर्स.
कोरोना के वैक्सीनेशन की तैयारियों को लेकर जबलपुर में किए गए ड्राय रन के दौरान एक दिलचस्प मामला सामने आया, जिसने प्रशासनिक खामियों को भी उजागर किया.
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January 9, 2021, 12:11 PM IST
कोरोना के खात्मे के लिए वैक्सीन का इंतजार देश भर में बेसब्री से भले ही किया जा रहा है, लेकिन इसको लेकर लोगों के मन में डर और दहशत अब भी बरकरार है. कोरोना के वैक्सीनेशन की तैयारियों को लेकर जबलपुर में किए गए ड्राय रन के दौरान एक दिलचस्प मामला सामने आया, जिसने प्रशासनिक खामियों को भी उजागर किया.
नर्स ने ड्राय रन में शामिल होने से किया इनकारदरअसल वैक्सीनेशन के लिए चयनित लोगों की सूची में ऐसे कर्मचारियों के भी नाम शामिल कर दिए गए थे, जिनकी वैक्सीनेशन में ड्यूटी लगी थी. फिर क्या था मोबाइल पर संदेश मिलते ही जबलपुर की नर्स विनीता विलियम्स अपनी ड्यूटी करने के लिए वैक्सीनेशन सेंटर पर पहुंची. इस बीच वहां मौजूद स्टाफ ने उनको मरीज समझ कर टीका लगाने की मॉक ड्रिल शुरू की. स्वास्थ्य कर्मी महिला को जब मामला कुछ अटपटा लगा तो उन्होंने इस पर एतराज जताया और टीका लगवाने की प्रक्रिया में शामिल होने से इनकार कर दिया.
विश्वसनीयता पर जताया शक
स्वास्थ्य कर्मी होने के बावजूद भी महिला टीका लगवाने से बच रही थी. नर्स के रूप में काम करने वाली महिला को वैक्सीन की विश्वसनीयता पर शक है. लिहाजा, उसने वैक्सीनेशन सेंटर से ही अपने पति को फोन किया और अफसरों को दो टूक कह दिया कि वह ड्यूटी करने आई थी ना कि मरीज के रूप में कोरोना टीका लगवाने. हालात की गंभीरता को भांपते हुए चिकित्सकों ने मौके पर पहुंचकर महिला को समझाइश दी. डॉक्टरों का कहना है कि शासन द्वारा निर्धारित एप के जरिए संबंधित लोगों को संदेश भेजे गए थे. डॉक्टरों ने साफ किया कि ड्राय रन के दौरान किसी को भी कोरोना की वैक्सीन नहीं दी जा रही है बल्कि तैयारियों को परखने ही स्वास्थ्य कर्मियों और चयनित मरीजों को वैक्सीनेशन सेंटर में बुलवाया गया है.