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शाजापुर2 दिन पहले
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प्रकरण दर्ज नहीं होने को लेकर टीआई पुरोहित से बहस करते समाज अध्यक्ष और अन्य वरिष्ठजन।
- गुस्सा- सीएम ने कहा था पत्थरबाजी करने वालों पर होगी कार्रवाई, प्राचार्य के घर पथराव के 15 दिन बाद भी नहीं हो सकी एफआईआर, खुलेआम घूम रहे
- बीकेएनएस काॅलेज के प्रिसिंपल पर लगे छेड़छाड़ के आरोप का मामला
पत्थरबाजों को सबक सिखाने के लिए सीएम कड़ा नियम बना रहे हैं, पर शाजापुर पुलिस बीकेएनएस काॅलेज के प्रिसिंपल वीके शर्मा के घर पथराव करने वाले एबीवीपी के छात्र नेताओं पर कार्रवाई करने से क्यों बच रही है। ऐसे ही सवालों के साथ रविवार रात 8 बजे सर्व ब्राह्मण समाज ने लालघाटी थाने का घेराव कर दिया। समाजजन का आरोप था कि पुलिस ने बिना जांच किए प्रिसिंपल शर्मा पर तो प्रकरण दर्ज कर दिया, लेकिन उनके परिजन द्वारा की गई शिकायत पर एफआईआर दर्ज करने के लिए पुलिस जांच का हवाला दे रही है। एसपी पंकज श्रीवास्तव को दिया एक आवेदन तो थाने भी पहुंच गया, लेकिन लालघाटी पुलिस ने इसके बाद भी एफआईआर दर्ज नहीं की।
बीकेएनएस काॅलेज के प्रिसिंपल पर लगे छेड़छाड़ के आरोप के मामले ने रविवार को एक बार फिर तूल पकड़ लिया। सर्व ब्राह्मण समाज ने पुलिस पर एकतरफा कार्रवाई का आरोप लगाते हुए थाने का घेराव कर दिया। करीब एक घंटे तक पुलिस अधिकारियों और समाज के लोगों की जमकर बहस होती रही। समाजजनों ने कहा कि प्रिसिंपल शर्मा के साथ मारपीट और उनके घर में पथराव को लेकर परिवार पिछले कई दिनों से शिकायत दर्ज कराने के लिए चक्कर काट रहे हैं। इसके बाद भी एफआईआर दर्ज क्यों नहीं की गई।
शर्मा के परिजनों द्वारा दिए आवेदन की जांच हम करवा रहे थे। घटनाक्रम से जुड़े कुछ वीडियो फुटेज और प्रत्यक्षदर्शियों के बयान दर्ज कर लिए हैं। कुछ बिंदुओं पर जानकारी जुटाने के साथ एफआईआर भी दर्ज कर ली जाएगी।
दीपा डोडबे, एसडीओपी शाजापुर
जांच का बहाना कर दर्ज नहीं कर रहे एफआईआर
रविवार को चामुंडा माता टेकरी स्थित परशुराम मंदिर में ब्राह्मण समाज का मिलन समारोह आयोजित किया था। शहरभर के विप्रजन यहां एकत्रित हुए। इस दौरान शर्मा परिवार की परेशानियों को लेकर जब समाज के बीच बात रखी गई तो समाज अध्यक्ष विनीत वाजपेयी, भाजपा नेता क्षितिज भट्ट, कांग्रेस के आशुतोष शर्मा सहित समाज के वरिष्ठजनों के साथ बड़ी संख्या में मौजूद युवाओं ने थाने का घेराव कर दिया। समाज अध्यक्ष वाजपेयी ने पुलिस से कहा कि जब प्राचार्य पर बिना जांच के प्रकरण दर्ज किया जा सकता है तो उन आरोपियों पर प्रकरण क्यों नहीं बनाया जा रहा, जिन्होंने शर्मा के घर पत्थरबाजी की थी।
थाने व एसपी कार्यालय के चक्कर लगा रहे परिजन
ज्ञात रहे 26 दिसंबर को काॅलेज में जनभागीदारी समिति से नियुक्त महिला भृत्य कर्मचारी ने प्रिसिंपल वी.के. शर्मा पर छेड़छाड़ के आरोप लगाए थे। इसके बाद प्रिसिंपल को पुलिस ने तत्काल गिरफ्तार कर जेल भी भेज दिया। घटनाक्रम के दौरान एबीवीपी संगठन के नेताओं और छात्रों ने हंगामा करते हुए प्रिंसिपल के घर पथराव तक कर दिया। इधर, काॅलेज पहुंचे शर्मा के साथ पीड़िता के पति ने मारपीट भी की थी। जमानत पर आए शर्मा को काॅलेज से निलंबित भी कर दिया गया। इसके बाद से ही शर्मा का परिवार उनके घर पर हुए पथराव के आरोपियों पर कार्रवाई करने की मांग को लेकर शिकायत दर्ज कराने के लिए थाने व एसपी कार्यालय के चक्कर लगाते रहे।
भास्कर ने उठाया था पत्थरबाजी पर सवाल
घटनाक्रम के दिन ही भास्कर ने प्रिसिंपल शर्मा के घर हुए पथराव और मारपीट को लेकर लालघाटी थाने से सवाल खड़े किए थे। लेकिन टीआई अनिल पुरोहित ने काॅलेज के सीसीटीवी फुटेज लेने से यह तर्क देते हुए मना कर दिया कि इसकी हमें जरूरत नहीं।