ग्रामीणों की परेशानी: झालमउ पटवारी हल्का को ग्राम पंचायत गुजर्रा में शामिल किया

ग्रामीणों की परेशानी: झालमउ पटवारी हल्का को ग्राम पंचायत गुजर्रा में शामिल किया


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उनाव5 दिन पहले

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  • झालमउ पटवारी हल्का को उनाव ग्राम पंचायत में शामिल करने की मांग ग्रामीण उठा चुके हैं कई बार

राजस्व सर्किल उनाव के पटवारी हल्का झालमउ को गुजर्रा ग्राम पंचायत में जोड़ दिया गया है। जिससे किसानों को अपनी राजस्व संबंधी समस्याओं के निराकरण के लिए परेशान होना पड़ रहा है। समस्या के संबंध में स्थानीय किसानों ने राजस्व विभाग अधिकारियों को कई बार अवगत भी कराया, लेकिन राजस्व ग्राम झालमउ को उनाव पंचायत में शामिल करने में राजस्व अमला कोई रुचि नही दिखा रहा है।

जिससे किसानों को अनावश्यक परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। दतिया जिले में मात्र एक झालमउ ऐसा राजस्व पटवारी हल्का है। जो बेचिराग यानि यहां अब लोगों का निवास नहीं है लेकिन कृषिभूमि है। बुजुर्ग बताते हैं कि तकरीबन पचास साठ साल पहले झालमउ ग्राम में कुछ परिवार निवास करते थे, कालांतर में सभी परिवार उनाव में आकर बस गए थे।

इसीलिये झालमउ हल्का बेचिराग हो गया। पटवारी हल्का के बहुसंख्यक किसान उनाव ग्राम में निवास कर खेती किसानी झालमउ राजस्व ग्राम में करते हैं। किसानों की परेशानी यह है कि उन्हें अपने भूमि संबंधी कार्यों के लिए गुजर्रा व राजपुर गांव के चक्कर लगाने के लिए मजबूर होना पड़ता है।

क्योंकि झालमउ राजस्व ग्राम की नायब तहसीलदार सर्किल राजपुर है, जबकि उनाव राजस्व ग्राम की नायब तहसीलदार सर्किल उनाव है। इस संबंध में स्थानीय महेश चंद्र शुक्ला बताते हैं कि झालमउ पटवारी हल्का को उनाव ग्राम पंचायत में शामिल करने की मांग कई बार राजस्व अधिकारियों के समक्ष उठाई गई, लेकिन नतीजा सिफर ही रहा।

जानें ग्रामीणों को क्या-क्या होंगे फायदे

  • झालमउ राजस्व ग्राम के बहुसंख्यक किसानों की भूमि संबंधी समस्याओं का समाधान स्थानीय स्तर पर हो सकेगा।
  • किसानों को अनावश्यक गुजर्रा गांव के चक्कर काटने को विवश नहीं होना पड़ेगा।
  • किसानों को दो-दो राजस्व न्यायालय राजापुर एवं उनाव के चक्कर नहीं काटने होंगे।
  • उनाव राजस्व ग्राम में शासकीय भूमि की कमी है जिससे मंडी, खेल मैदान, छात्रावास, पशु अस्पताल एवं टप्पा तहसील जैसी योजनाओं को आसानी से शासकीय भूमि उपलब्ध हो सकेगी।

कलेक्टर से मिलकर चर्चा की जाएगी

झालमउ मौजा बेचिराग है। यहां कोई भी किसान निवास नहीं करते हैं। पटवारी हल्का के बहुसंख्यक किसान उनाव में निवास करते हैं। किसानों की परेशानियों को देखते हुए इस राजस्व ग्राम को उनाव ग्राम पंचायत में शामिल करने हेतु कलेक्टर महोदय से मिलकर चर्चा की जाएगी।

-रक्षा सिरौनिया, विधायक



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