दुर्घटनाएं रोकने की कवायत: अब जिले के 15 ब्लैक स्पाॅट्स की होगी समीक्षा जिम्मेदारों का दावा- अधिकांश में सुधार कराया

दुर्घटनाएं रोकने की कवायत: अब जिले के 15 ब्लैक स्पाॅट्स की होगी समीक्षा जिम्मेदारों का दावा- अधिकांश में सुधार कराया


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उज्जैन4 दिन पहले

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  • ब्लैक स्पाॅट में वर्ष 17,18,19 में 87 दुर्घटनाओं में 97 लोगों की जानें गई थी, अब वर्ष 20 में हुई दुर्घटनाओं का आंकलन कर नई सूची तैयार होगी

वर्ष 2021 के शुरू होने पर अब यातायात व परिवहन विभाग ने जिले के ब्लैक स्पाॅट्स की वार्षिक समीक्षा की तैयारी शुरू कर दी है। वर्ष 19 तक की सूची में जिले में 15 ब्लैक स्पाॅट्स थे। जिम्मेदारों का दावा है कि इनमें से अधिकतर स्पाॅट पर दुर्घटनाओं के कारणों को दूर करते हुए जरूरी सुधार करवा दिए है। तैयार होने वाली सूची में से आधे से ज्यादा स्पॉट हट जाएंगे।

यातायात व परिवहन विभाग के पास मौजूदा सूची में जिले में 15 ब्लैक स्पाॅट्स दर्ज है। इन ब्लैक स्पाट्स में वर्ष 2017 से 19 तक तीन वर्ष में 87 दुर्घटनाओं में 97 लोगों की मौत हुई थी। ब्लैक स्पॉट का निर्धारण यातायात पुलिस करती हैं। इसके बाद वह इन स्थानों पर दुर्घटनाएं न हो इसकी रोकथाम व जरूरी सुधार के लिए संबंधित एजेंसियों को उससे अवगत करवाती हैं। जैसे लोनिवि, एमपीआरडीसी, प्रधानमंत्री ग्रामीण सड़क योजना, नगर निगम व अन्य निकाय तथा तकनीकी जिम्मेदारों को।

इसके बाद नया वर्ष शुरू होने पर तमाम परिस्थितियों को ध्यान में रखकर समीक्षा के बाद ये सूची अपडेट की जाती है। चूंकि वर्ष 2021 शुरू हो चुका है तो जिम्मेदार सूची अपडेट करने की तैयारी कर रहे हैं। दावा ये है कि वर्ष 20 में अधिकांश ब्लैक स्पाॅट्स पर सुधार करवा दिए गए है। लिहाजा नई सूची से काफी ब्लैक स्पॉट हट जाएंगे। ये ही नहीं पिछले वर्ष लगातार किसी स्पॉट पर दुर्घटनाएं भी नहीं होती आई है, ऐसे में नया ब्लैक स्पॉट सूची में जुड़ेगा इसकी भी आशंका कम ही है।

अब तक सूची में जिले में ये 15 ब्लैक स्पॉट, इनमें से सर्वाधिक 14 मौत ग्राम रामगढ़ फंटे पर

इन आधारों पर अफसर तय करते हैं ब्लैक स्पॉट

  • ऐसे स्थान जहां दुर्घटनाएं हो रही हैं। जिनमें घायल व मृतकों की संख्या अधिक हो।
  • ऐसे स्पॉट व रोड या टर्न जिसे बनाने में कोई तकनीकी चूक हुई हो जिसकी वजह से दुर्घटनाएं हो रही हो।
  • इसके अलावा अन्य कारण भी देखे जाते हैं। जैसे संबंधित मार्ग पर वाहनों का दबाव, स्पीड की स्थिति। या फिर वहां से ज्यादा शराबी तो नहीं गुजरते आदि।
  • इन बिंदुओं की होती है समीक्षा और सूची से बाहर होता हैं स्पॉट
  • ब्लैक स्पॉट पर जरूरी सुधार के बाद मौके पर दुर्घटनाएं होना बंद या कम हुई या नहीं।
  • सुधार के बाद मौके पर लंबे समय तक कोई जानलेवा हादसा तो नहीं हुआ।
  • ब्लैक स्पाॅट्स पर पिछले तीन वर्ष की तुलना में अब दुर्घटनाओं में कितनी फीसदी कमी आई आदि।

यातायात टीआई बोले- ब्लैक स्पाॅट्स पर संबंधित विभागों से समन्वय कर सुधार करवाया
जिले के 15 में से अधिकांश ब्लैक स्पाॅट्स पर संबंधित विभागों से समन्वय कर सुधार करवा दिया गया है। जल्द ही वर्ष 2020 की दुर्घटनाओं के आंकड़ों को सामने रख समीक्षा करेंगे। उम्मीद है कि सूची में से आधे से ज्यादा ब्लैक स्पॉट हट जाएंगे। पांड्याखेड़ी व नरवर में दुर्भाग्यपूर्ण घटनाएं हुई थी। ये स्थान ब्लैक स्पॉट में शामिल होंगे इसकी संभावना कम है। इन स्पाॅट्स पर भी सुधार करवा दिए गए हैं।– पवन कुमार, टीआई, यातायात



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