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नीमच2 दिन पहले
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शनिवार को भीलवाड़ा से पिकअप वाहन में लोहे के एंगल सहित लोहे का अन्य सामान लेकर नयागांव बॉर्डर से प्रवेश कर रहा था। सेंट्रल एक्साइज (सीजीएसटी) की टीम ने पिकअप रोकी। पूछताछ में सामान नीमच स्थित राइट मैटल संस्थान पर ले जाना पाया, ई-वे बिल नहीं था। ऐसे में टीम ने टैक्स व पैनल्टी के रूप में 1 लाख रुपए वसूले। नीमच में इस प्रकार की यह पहली कार्रवाई है। जीएसटी होने बाद से ही 50 हजार से अधिक के माल का परिवहन एक से दूसरे राज्य में करने पर ई-वे बिल जरूरी है। बावजूद जिले में माल आ-जा रहा है। राजस्थान व नीमच की सीमा सटी होने और नयागांव बाॅर्डर स्थित वाणिज्यिक कर विभाग की चौकी बंद कर देने से बिना ई-वे बिल के माल परिवहन की संभावना ज्यादा रहती है। चौकियाें की जगह अब सेंट्रल एक्साइज सीजीएसटी की टीम जांच करती है। सेंट्रल एक्साइज (सीजीएसटी) रतलाम के अधीक्षक शंशाक कुमार के साथ सीजीएसटी नीमच के निरीक्षक भारतीश यादव, भरत मुदेंल-मंदसौर व पीयूष दीक्षित-रतलाम की टीम 2 दिन से नयागांव-नीमच-मंदसौर फोरलेन और नयागांव बैरियर सहित शहरी क्षेत्र में लोडिंग व यात्री वाहनों में ई-वे बिल की जांच में जुटी है। टीम ने नीमच में गायत्री बस तो मंदसौर में अशोक बस में आने वाले सामान के बिलों की जांच की। माल के साथ ई-वे बिल होने से छोड़ दिया। जबकि नयागांव बाॅर्डर पर चैकिंग के दौरान बाॅर्डर पार कर आए पिकअप नंबर-आरजे 06-जीसी-5531 में लोहे के एंगल, सरिए सहित लोहे का अन्य सामान रखा था। सीजीएसटी नीमच के निरीक्षक भारतीश यादव ने बताया कि पूछताछ करने व दस्तावेज चेक करने पर वाहन चालक के पास ई-वे बिल नहीं था। उक्त सामान भीलवाड़ा से नीमच में टैगोर मार्ग स्थित राइट मैटल संस्थान पर जाना था और सामान कीमत करीब 2 लाख 74हजार रुपए 366रुपए थी। ई-वे बिल नहीं होने से टैक्स के रूप में 49 हजार 386रुपए और इतनी ही राशि की पैनल्टी लगाई गई। टीम ने चालक से टैक्स व पैनल्टी के रूप में कुल 98,772 रुपए राशि जमा करवाई। रविवार को रतलाम में कार्रवाई की।