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अशोकनगर3 दिन पहले
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- पुलिस की मदद नहीं मिलने से ग्रामीणों ने किया हंगामा, चौकी प्रभारी निलंबित
- 7 जनवरी को 75 बकरियों के साथ घर से निकला था, परिजनों ने दो दिन तक जंगलों की खाक छानी, 9 को मिला शव
तीन दिन पहले बकरी चराने के लिए घर से निकले पिपरोद के 52 वर्षीय अधेड़ की एक दिन पहले मिली लाश के बाद रविवार को जिला अस्पताल में हंगामा हो गया। मृतक के परिजनों ने हत्या का प्रकरण दर्ज कराने सहित महौली चौकी प्रभारी पर कार्रवाई की मांग को लेकर विरोध जताया। चक्का जाम करने की तैयारी ही थी कि एसपी रघुवंशसिंह भदौरिया ने चौकी प्रभारी हरीसिंह तोमर को पहले लाइन अटैच किया फिर रात में निलंबित कर दिया। मुख्यालय से 40 किमी दूर ग्राम पिपरोद के भज्जू तीन दिन पहले 7 जनवरी को बकरियां चराने घर से निकले और देर शाम तक वापस नहीं लौटे। इस पर परिजनों ने महौली चौकी जाकर रिपोर्ट दर्ज कराने की मांग की। यहां चौकी प्रभारी हरीसिंह तोमर ने रिपोर्ट दर्ज कराने के बजाय परिजनों को भगा दिया। अगले दिन 8 जनवरी को परिजन ईसागढ़ थाने पहुंचे और गुमशुदगी दर्ज कराई। बावजूद पुलिस ने अधेड़ की खोजबीन शुरू नहीं की। ऐसे में परिजनों ने खुद ही अपने स्तर से खोजबीन शुरू की। परिवार के 50 से ज्यादा सदस्य पूरे दिन जंगलों की खाक छानते रहे। आखिरकार 9 जनवरी की दोपहर 3 बजे भज्जू का शव सुरेल गांव से 4 किमी दूर भैसासुर देव स्थान के पास पड़ा मिला। जिसके पास उसकी कुल्हाड़ी पड़ी थी। चेहरे पर धारदार हथियार के निशान थे और कान कटा मिला। परिजनों ने पुलिस को सूचना देने के 4 घंटे बाद पुलिस पुलिस मौके पर पहुंची और शव को पीएम के लिए जिला अस्पताल पहुंचाया।
भारी पुलिस बल तैनात
ग्रामीण का शव मिलते ही परिजनों का गुस्सा फूट पड़ा। पुलिस के विरोध में बनते माहौल को देखते हुए भारी पुलिस बल तैनात कर दिया गया। शनिवार देर रात 3 बजे शव को जिला अस्पताल लाया गया। इसकी सूचना मिलते ही रविवार अलसुबह से ग्रामीणों की भीड़ जिला अस्पताल पहुंचने लगी और हंगामा शुरू हो गया। परिजनों ने आरोप लगाया कि पुलिस की उनकी मदद नहीं की।
कहीं बकरी चोर गिरोह तो सक्रिय नहीं?
मृतक के भतीजे सत्यभान सिंह पालन के अनुसार 75 बकरियां थी जिनमें से 25 ही बरामद हुई है। इस घटना से अनुमान लगाया जा रहा है कि बकरी चोर गिरोह सक्रिय हो सकता है। क्योंकि 75 बकरी चोरी हुई हैं जिनमें से 25 ही बरामद हुई हैं शेष बकरियों का अब तक कोई सुराग नहीं लगा है। इतनी बढ़ी संख्या में बकरियां गायब हुई हैं इससे अंदेशा है जिले में बकरी चोर गिरोह सक्रिय हो सकता है।
पुलिस पर लगाए अवैध वसूली के आरोप
मृतक के भतीजे एवं रिश्तेदारों ने एएसपी से पुलिस की कार्यप्रणाली पर सवाल उठाए। उन्होंने एएसपी को बताया कि महोली चौकी से बड़ी संख्या में बकरियों को निकालने पर 50 से 100 रु. की वसूली की जाती है। एएसपी ने संबंधितों से लिखित में बयान लिए हैं। वहीं मामले को गंभीरता से लेते हुए एएसपी प्रदीप पटेल खुद घटनास्थल पर पहुंचेंगे। सोमवार को एएसपी घटनास्थल पर पहुंचेंगे व परिजनों सहित ग्रामीणों से मुलाकात करेंगे।
चौकी प्रभारी को निलंबित कराकर शांत हुए ग्रामीण
अस्पताल में हंगामे की सूचना मिलने के बाद भारी संख्या में पुलिस बल अस्पताल में तैनात कर दिया गया। मौके पर पहुंचे एएसपी प्रदीप पटेल ने ग्रामीणों से चर्चा की। ग्रामीण चौकी प्रभारी पर कार्रवाई व हत्या का मामला दर्ज करने की जिद पर अड़ गए। ऐसे में एसपी रघुवंशसिंह भदौरिया ने चौकी प्रभारी हरीसिंह तोमर को लाइन अटैच कर दिया जिसके बाद रात में निलंबित कर दिया। इसके बाद ग्रामीणों का गुस्सा शांत हुआ और सुबह 9 बजे बाद पीएम हो सका।
50 बकरियां हुईं गायब
मृतक भज्जू 75 बकरियों को चराने घर से निकले थे। इसमें से 25 बकरियां परिजनों को मिल गई है। जबकि 50 बकरियां अभी भी गायब है। ऐसे में ग्रामीणों ने बकरियों के लूटने का आरोप लगाते हुए लूट की धाराओं के तहत भी मामला दर्ज कराने की मांग की है।