महिंद्रा एंड महिंद्रा ने 2020 में भी नॉर्थ अमेरिका के प्लांट से दो तिहाई कर्मचारियों को नौकरी से निकाला था.
भारतीय ऑटो कंपनी महिंद्रा एंड महिंद्रा (M&M) ने अपने अमेरिकी बिजनेस की समीक्षा के बाद कर्मचारियों की संख्या में कटौती (Layoffs) की है. इससे पहले कंपनी ने 2020 में भी रीस्ट्रक्चरिंग (Restructuring) के दौरान सैकड़ों कर्मचारियों को नौकरी से हटाया था.
- News18Hindi
- Last Updated:
January 13, 2021, 9:02 PM IST
सिर्फ मुनाफा कमाने वाले कर्मचारियों को ही रखा साथ
महिंद्रा एंड महिंद्रा ने 2020 में रीस्ट्रक्चरिंग (Restructuring) के दौरान सैकड़ों कर्मचारियों को नौकरी से हटाया था. यह कटौती महिंद्रा ऑटोमोटिव नॉर्थ अमेरिका (MANA) के कुल स्टाफ की दो तिहाई थी. कंपनी ने इंजीनियर, मैन्युफैक्चरिंग और सेल्स एग्जीक्यूटिव पदों पर कटौती की. एमएंडएम की नॉर्थ अमेरिका की इस यूनिट में ऑफ-रोड व्हीकल रॉक्सर का निर्माण किया जाता है. कंपनी ने अपने बिजनेस की समीक्षा के बाद ये कटौती की है. सूत्रों के मुताबिक, कंपनी ने अपने साथ केवल उन कर्मचारियों को बनाए रखने का फैसला किया है, जो मुनाफा कमा (Profit Makers) कर दे सकते हैं.
ये भी पढ़ें- आयकर विभाग ने शुरू की फेसलेस पेनाल्टी स्कीम, जानें इसके नेशनल-रीजनल सेंटर की क्या होंगी जिम्मदारियांएमएंडएम पर अमेरिका में रॉक्सर बेचने पर लगी है रोक
महिंद्रा ऑटोमोटिव नॉर्थ अमेरिका ने कहा है कि उन्होंने महामारी और एक अंतरराष्ट्रीय व्यापार आयोग के मुकदमे के कारण कुछ कर्मचारियों को निकाल दिया है. हालांकि, कंपनी ने निकाले गए लोगों की कुल संख्या नहीं बताई है. बता दें कि महिंद्रा और फिएट क्रिसलर ऑटोमोबाइल्स (FCA) के बीच इंटलेक्चुअल प्रॉपर्टी एक्ट के उल्लंघन के मामले में एक लंबी कानूनी लड़ाई चल रही है. इस वजह से भारतीय ऑटो मैन्युफैक्चरर कंपनी को अमेरिका में अपने रॉक्सर वाहन को बेचने से रोक दिया गया है.