NDMC हीरा खदान बंद नहीं होगी.
अफ्रीकी चीतों को एमपी (MP) में लाने के लिए संरक्षित कूनो, माधव, गांधीसागर और नौरादेही राष्ट्रीय उद्यान के बारे में सीएम (CM) ने रिपोर्ट ली. ये चारों राष्ट्रीय उद्यान भारत सरकार ने चुने हैं
सीएम शिवराज ने गुरुवार को मंत्रालय में वाइल्ड लाइफ बोर्ड की अहम बैठक की. इसमें वन मंत्री विजय शाह सहित कई और बड़े अधिकारी शामिल हुए.मुख्यमंत्री ने बैठक के दौरान मध्यप्रदेश को टाइगर स्टेट के बाद तेंदुआ स्टेट बनने पर बधाई दी. बैठक में बताया गया कि देश में कुल 12852 तेंदुए हैं, इनमें से 3421 तेंदुए एमपी के हैं. बैठक के दौरान प्रदेश के सभी नेशनल पार्क में नाइट जंगल सफारी और बैलून सफारी शुरू करने पर चर्चा की गई. सरकार जंगली हाथियों के रेस्क्यू और घड़ियालों की पुनर्स्थापना पर विचार कर रही है. साथ ही टाइगर स्ट्राइक फोर्स को मज़बूत बनाने पर रणनीति तैयार की गयी.
बाघों की पुनर्स्थापना के लिए सतपुड़ा, नौरादेही, संजय गांधी अभयारण्य पर चर्चा की गई. अफ्रीकी चीतों को एमपी में लाने के लिए संरक्षित कूनो, माधव, गांधीसागर और नौरादेही राष्ट्रीय उद्यान के बारे में सीएम ने रिपोर्ट ली. ये चारों राष्ट्रीय उद्यान भारत सरकार ने चुने हैं. भारतीय वन्यजीव संस्थान देहरादून ने पूरा कर लिया है. इसके अलावा मध्यप्रदेश में खरमोर पक्षी के संरक्षण पर भी बैठक में मंथन हुआ. सालिम अली पक्षी विज्ञान एवं प्रकृति विज्ञान कोयम्बटूर के सहयोग से सरदारपुर वन्य प्राणी अभयारण्य धार/पश्चिमी मध्यप्रदेश में खरमोर पक्षी के प्रजनन केंद्र की स्थापना पर बैठक में फैसला लिया गया. सैलाना अभयारण्य, सरदारपुर अभयारण्य के पुनर्गठन पर भी बैठक में चर्चा की गई.
बंद नहीं होगी हीरा खदान
बैठक के दौरान पन्ना टाइगर रिजर्व से लगी NMDC हीरा खदान का मुद्दा भी उठा. सीएम शिवराज ने कहा हीरा खदान में काम जारी रहेगा. बोर्ड की बैठक में बताया गया कि NDMC हीरा खदान की लीज क्षेत्र क्रिटिकल टाइगर हैबिटेट से बाहर है. बैठक में खदान की लीज बढ़ाने पर फैसला किया गया.एनएमडीसी हीरा खदान प्रदेश की इकलौती हीरा खदान है. इसकी अवधि दिसंबर में खत्म हो चुकी है. जिस वजह से खदान को बंद कर दिया गया है. खदान से बड़े पैमाने पर राजस्व आय के साथ मध्यप्रदेश में लोगों को रोजगार मिलता है लिहाजा खदान बंद होने के बाद बीजेपी के प्रदेश अध्यक्ष वी डी शर्मा समेत कई और स्थानीय जनप्रतिनिधियों ने मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान से खदान जारी रखने की अपील की थी. इस पर मुख्यमंत्री ने भरोसा दिया था कि खदान बंद नहीं होने दी जाएगी.