IND VS AUS: भारत का सबसे गैरअनुभवी बॉलिंग अटैक.(PIC: AP)
ब्रिसबेन टेस्ट (Brisbane Test) में टीम इंडिया की गेंदबाजी यूनिट गैरअनुभवी है, उसके पांचों गेंदबाजों को कुल मिलाकर 4 ही टेस्ट मैचों का अनुभव है.
- News18Hindi
- Last Updated:
January 15, 2021, 8:13 AM IST
टीम इंडिया ने ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ मौजूदा टेस्ट सीरीज में कुल 20 खिलाड़ियों को मौका दे दिया है, साल 1960 के बाद पहली बार ऐसा हुआ है. मौजूदा सीरीज में पृथ्वी शॉ, मयंक अग्रवाल, विराट कोहली, चेतेश्वर पुजारा, अजिंक्य रहाणे, शुभमन गिल, ऋद्धिमान साहा, ऋषभ पंत, रवींद्र जडेजा, आर अश्विन, मोहम्मद शमी, मोहम्मद सिराज, उमेश यादव, टी नटराजन, वॉशिंगटन सुंदर, शार्दुल ठाकुर, नवदीप सैनी, हनुमा विहारी, जसप्रीत बुमराह और रोहित शर्मा खेले हैं.
ब्रिसबेन टेस्ट में टीम इंडिया की गेंदबाजी गैरअनुभवी
ब्रिसबेन टेस्ट में टीम इंडिया की गेंदबाजी को कमजोर कहा जाए तो गलत नहीं होगा. इस मैच में खेलने वाले सभी भारतीय गेंदबाज कुल मिलाकर 4 ही टेस्ट मैच खेले हैं. वॉशिंगटन सुंदर और टी नटराजन ने डेब्यू किया है. शार्दुल ठाकुर को महज 1 मैच का अनुभव है. सैनी ने भी एक टेस्ट मैच खेला है और सिराज ने 2 टेस्ट मैच खेले हैं. वहीं दूसरी ओर ऑस्ट्रेलिया के 5 गेंदबाज कुल मिलाकर 249 टेस्ट मैच खेल चुके हैं. ब्रिसबेन टेस्ट में खेल रहे भारतीय खिलाड़ियों ने कुल मिलाकर 13 ही विकेट लिये हैं. साल 1946 के बाद पहली बार ऐसा हो रहा है जब भारत ऐसे बॉलिंग लाइन अप के साथ उतर रहा है. मौजूदा टेस्ट सीरीज में भारत के लिए 5 खिलाड़ी डेब्यू कर चुके हैं, इससे पहले साल 1996 में ऐसा हुआ था. साल 1996 में इंग्लैंड दौरे पर सुनील जोशी, पारस महाम्ब्रे, वेंकटेश प्रसाद, विक्रम राठौर, राहुल द्रविड़ और सौरव गांगुली ने डेब्यू किया था.हालांकि इतने गैरअनुभवी बॉलिंग अटैक के बावजूद ब्रिसबेन में टीम इंडिया ने ऑस्ट्रेलियाई टीम के होश उड़ा दिये. पहले ही ओवर में सिराज ने वॉर्नर को आउट कर दिया. इसके बाद शार्दुल ठाकुर ने अपनी पहली ही गेंद पर मार्कस हैरिस को पैवेलियन की राह दिखा दी.