ब्रिसबेन: भारत और ऑस्ट्रेलिया (IND vs AUS) के बीच चौथे टेस्ट में रोहित शर्मा (Rohit Sharma) जिस तरह से आउट हुए हैं, उसकी काफी आलोचना हो रही है. अब इस मुद्दे पर भारत के ‘हिटमैन’ का जवाब आ गया है जिसमें उन्होंने अपना बचाव किया है.
रोहित शर्मा (Rohit Sharma) गलत वक्त पर आउट होने के कारण हो रही आलोचना को अच्छी तरह समझते है. इसके बावजूद भारत के इस ओपनर को नाथन लॉयन (Nathan Lyon) की गेंद पर उस शॉट को खेलने का कोई मलाल नहीं है. उन्होंने कहा कि ये विपक्षी गेंदबाजों पर दबाव बनाने का एक तरीका है.
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रोहित 74 गेंदों में 44 रन की पारी के दौरान अच्छी लय में दिख रहे थे, तभी लॉयन की गेंद को मिड विकेट पर उठाने की कोशिश में आउट हो गए और यह उसी तरह का शॉट है जो टेस्ट मैचों में शुरू में भी उनके आउट होने की वजह बनता था.
रोहित ने दिन का खेल समाप्त होने के बाद वर्चुअल प्रेस कांफ्रेंस में कहा, ‘आपके पास हमेशा एक योजना होती है और वास्तव में मुझे उस शॉट को खेलने का कोई पछतावा नहीं है। मैं हमेशा गेंदबाजों पर दबाव बनाना चाहता हूं.’
रोहित ने ऑस्ट्रेलिया के ऑफ स्पिनर की तारीफ करते हुए कहा, ‘नाथन लॉयन चालाक गेंदबाज है और उसने मुझे ऐसी गेंदबाजी की जिसमें मेरे लिए गेंद को कुछ ऊपर उठाना मुश्किल हो गया.’
कमेंटरी बॉक्स में उनके शॉट सेलेक्शन की आलोचना की गई. रोहित अच्छी शुरूआत कर बड़ा स्कोर बना सकते थे जिससे भारत का स्कोर स्टंप तक दो विकेट पर 62 रन हो गया.
रोहित निराशा को समझते हैं लेकिन उन्होंने बताया कि उन्होंने इस तरह का स्ट्रोक क्यों खेला. उन्होंने कहा, ‘ऐसा नहीं है कि यह (वो शॉट) कहीं से भी आ गया. ये ऐसा शॉट है जो मैं पहले भी अच्छा खेलता रहा हूं। मैं इस शॉट को खेलना चाहता हूं.
रोहित ने कहा, ‘मैं इस टीम में इसी तरह की भूमिका निभाता हूं. जब ऐसा होता है तो यह खराब दिखता है लेकिन मैं ज्यादा नहीं सोचता क्योंकि मेरा ध्यान इस ओर होता है कि जब मैं क्रीज पर पहुंच जाऊं तो फायदेमंद साबित हूं.’
इस सीनियर खिलाड़ी ने इस शॉट को खेलने के अपने इरादे के बारे में कहा, ‘ऐसा कहने का मतलब है कि मैं एक प्रक्रिया का पालन करना चाहता हूं. कभी कभार आप आउट हो जाते हो और कभी कभार यह रस्सी के ऊपर से चला जाता है.
रोहित शर्मा (Rohit Sharma) ने आगे कहा, ‘लेकिन ईमानदारी से कहूं तो मेरा आउट होना दुर्भाग्यपूर्ण और दुखद रहा. जैसा कि मैंने कहा कि ये मेरे शॉट हैं और मैं इन्हें खेलना जारी रखूंगा.’
जैसा कि वो हमेशा ही कहते हैं कि उनके पास अपने आलोचकों की बातों पर सोचने के लिए ज्यादा समय नहीं है. वो इसके बजाय ध्यान उस भूमिका पर लगाना चाहेंगे जो उनकी टीम उनसे चाहती है.
रोहित ने कहा, ‘टीम ने मुझ पर काफी भरोसा दिखाया है. टीम मुझसे जो चाहती है, मुझे वही करना होगा और कहीं भी कुछ होता है, उसके बारे में चिंता नहीं करनी, भले ही लोग कुछ भी बात करते रहें.’ रोहित ने अपनी सभी तीन पारियों में 27 और 52 (सिडनी में) से और यहां 44 रन बनाकर शुरूआत की.
उन्होंने सिडनी में और यहां ब्रिसबेन में आस्ट्रेलियाई तेज गेंदबाजों को बखूबी निपटने के लिये तकनीकी सांमजस्य बिठाने के बारे बात करते हुए कहा, ‘‘सिडनी में ज्यादा उछाल नहीं था इसलिये मैं लेग स्टंप की ओर रह रहा था.
रोहित ने कहा, ‘यहां मैं जानता था कि 2 दांहिने हाथ के गेंदबाज (पैट कमिंस और जोश हेजलवुड) किस लाइन एवं लेंथ में गेंदबाजी करेंगे, वे हमेशा आपको ऑफ स्टंप के बाहर करने की कोशिश करते रहते हैं. इसलिए यहां मैं थोड़ा ऑफ स्टंप की ओर था.’
(इनुट-भाषा)