वॉशिंगटन सुंदर ने डेब्यू मैच में 62 रनों की पारी खेली. (फोटो-AP)
India vs Australia: वॉशिंगटन सुंदर और शार्दुल ठाकुर की शतकीय साझेदारी से भारत पहली पारी में 336 रन बनाने में सफल रहा.
- News18Hindi
- Last Updated:
January 17, 2021, 9:29 PM IST
भारतीय ऑफ स्पिनर के पिता एम सुंदर ने कहा, “मैं निराश हूं कि उसने 100 नहीं बनाया. सिराज के आते ही उसे चौके और छक्के लगाने चाहिए थे. वह इसके लिए सक्षम हैं. उन्हें छक्के के लिए जाना चाहिए. वह पुल और बड़े हिट के लिए जा सकता था.” उन्होंने बताया, “मैं हर दिन ऑस्ट्रेलिया में उससे बात करता हूं. मैंने कल शाम उससे कहा कि जब भी मौका मिले, बड़ा स्कोर करना. सुंदर ने कहा था कि वो ऐसा करेगा.”
इसी वजह से एम सुंदर परेशान हैं. वह जानते हैं कि उनका बेटा शीर्ष क्रम में भी बल्लेबाजी करने में सक्षम है. हालांकि उन्हें भारतीय टीम निचले मध्यक्रम के लिए चुना गया है. वॉशिंगटन ने केवल 12 प्रथम श्रेणी मैच खेले हैं लेकिन जब भी उन्हें मौका मिला है, उन्होंने बेहतरीन प्रदर्शन किया है. उन्होंने 2016-17 के रणजी ट्रॉफी सत्र में तमिलनाडु के लिए अपने पहले मैच में मुंबई के खिलाफ पारी की शुरुआत की थी. सुंदर ने अभिनव मुकुंद के साथ पहले विकेट के लिए 107 रनों की साझेदारी की थी. उन्होंने एमए चिदंबरम स्टेडियम में त्रिपुरा के खिलाफ तमिलनाडु के लिए ओपनिंग करते हुए 156 रन भी बनाए हैं. हालांकि यह आश्चर्य की बात है कि सुंदर तीन साल से अधिक समय से तमिलनाडु की रणजी टीम से बाहर हैं.
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ब्रिसबेन के गाबा मैदान पर पहली पारी में तीन विकेट झटकने वाले सुंदर ने अर्धशतक भी जड़ा. डेब्यू टेस्ट में ऐसा करने वाले वह भारत के सिर्फ तीसरे क्रिकेटर हैं. 2017 में दलीप ट्रॉफी के फाइनल में सुंदर ने 11 विकेट (5/94 और 6/87) झटके थे और 130 रन (पहली पारी में 88 और दूसरे में 42) बनाए थे. उनके इस प्रदर्शन के चलते इंडिया रेड ने इंडिया ब्लू को हरा दिया था. एम सुंदर ने कहा, “दलीप ट्रॉफी के प्रदर्शन के बाद हम सभी ने सोचा कि वह टेस्ट टीम में होंगे. लेकिन उन्हें नहीं चुना गया. हम निराश थे.”