नई दिल्ली: भारत और ऑस्ट्रेलिया (IND vs AUS) के बीच ब्रिसबेन टेस्ट (Brisbane Test) में शार्दुल ठाकुर (Shardul Thakur) ने अपने ऑलराउंड प्रदर्शन से हर किसी का दिल जीत लिया है. लेकिन बहुत कम लोग जानते हैं कि इस कामयाबी के पीछे उनका प्रथम क्षेणी क्रिकेट का अनुभव है जो काम आया.
करीब 8 साल पहले जब शार्दुल ठाकुर (Shardul Thakur) ने अपना फर्स्ट क्लास डेब्यू किया था तब मुंबई की टीम में सचिन तेंदुलकर, अजीत अगरकर और जहीर खान जैसे दिग्गज भी थे. इन तीनों दिग्गजों ने हालांकि राजस्थान के साथ हुए उस मैच के लिए जयपुर का दौरा नहीं किया था, लेकिन वो रेलवे के खिलाफ मुंबई के लिए सीजन के पहले मुकाबले में खेले थे.
यह भी पढ़ें- IND vs AUS Brisbane Test: जसप्रीत बुमराह ने मोहम्मद सिराज को क्यों लगाया गले?
सचिन और जहीर को इंग्लैंड के साथ होने वाली टेस्ट सीरीज के लिए भारतीय टीम से जुड़ना था. जयपुर के मैच में शार्दुल के स्कूली दोस्त रोहित शर्मा कप्तान थे लेकिन शार्दुल उस मौके को दोनों हाथों से लपक नहीं सके थे. वो सिर्फ एक विकेट ले सके थे और बाद में वह टीम से निकाल दिए गए.
मुंबई ने हालांकि उन्हें उसी सीजन में टीम में वापस बुलाया. सेमीफाइनल में शार्दुल ने सर्विसेज के खिलाफ 3 विकेट लिए. मुंबई ने उन पर अगले सीजन में भी भरोसा कायम रखा और उन्होंने 27 विकेट लेते हुए सफलता की नई कहानी लिखी. उसके बाद से शार्दुल ने कभी पीछे मुड़कर नहीं देखा.
6 साल फर्स्ट क्लास में तपने के बाद शार्दुल ने अपना पहला टेस्ट मैच 2018 अक्टूबर में खेला और वेस्टइंडीज के खिलाफ हुए उस मैच में वह 10 गेंद की गेंदबाजी के बाद ही लंगड़ाते नजर आए. ठाकुर ने हालांकि अब अपनी असली प्रतिभा दिखा दी है. सोमवार को वो आस्ट्रेलिया में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ 7 या उससे ज्यादा विकेट लेने और फिफ्टी लगाने वाले पहले भारतीय खिलाड़ी बने.
दिनेश लाड जो कि रोहित और शार्दुल को स्कूल के समय में ट्रेनिंग दे चुके हैं, उन्होंने कहा, ‘कुछ साल पहले वो काफी मोटे हुआ करते थे और दिशाहीन गेंदबाजी करते थे. मैंने उनसे बालू पर दौड़ने के लिए कहा. शार्दुल ने इसके बाद अपनी फिटनेस पर काम करना शुरू किया.
किंग्स इलेवन पंजाब ने आईपीएल में उन्हें नहीं मौका दिया इससे वह निराश थे. मैंने उनसे कहा कि निराश होने की जरूरत नहीं है. अपने मजबूत पक्ष पर काम करो. आप टॉप लेवल पर अभ्यास कर रहे हो.’
लाड मानते हैं कि आज की शार्दुल की कामयाबी घरेलू क्रिकेट में उनकी मेहनत का नतीजा है. घरेलू क्रिकेट एक खिलाड़ी का टेम्परामेंट बनाने में मदद करती है. टॉप लेवल पर खेलने के लिए संयम की जरूरत होती है और शार्दुल को यह संयम घरेलू क्रिकेट से मिला है.
शार्दूल ने ब्रिसबेन टेस्ट में भारत के लिए अहम मुकाम पर 67 रनों की पारी खेलने के अलावा ऑस्ट्रेलिया की दूसरी पारी में 4 अहम विकेट हासिल किए. शार्दुल ने मार्कस हैरिस, कैमरन ग्रीन, टिम पेन और नाथन लॉयन के विकेट हासिल किए.
(इनपुट-आईएएनएस)