विनोद कांबली सोमवार को 49 साल के हो गए हैं (फोटो क्रेडिट: विनोद कांबली इंस्टाग्राम)
विनोद कांबली (Vinod Kambli Birthday) ने इंटरनेशनल करियर का आगाज विस्फोटक अंदाज में किया था. शुरुआती 7 टेस्ट मैचों में उन्होंने चार शतक जड़ दिए थे.
- News18Hindi
- Last Updated:
January 18, 2021, 10:23 AM IST
16 साल की उम्र में कांबली ने सचिन तेंदुलकर (15) के साथ हैरिस शील्ड ट्रॉफी में 664 रनों की नाबाद पार्टनरशिप की थी. उस मैच में कांबली ने 349 रन और सचिन ने 326 रन बनाए थे. इस मुकाबले में कांबली ने 37 रन देकर 6 विकेट भी झटके थे. शायद इसी वजह से गुरु रमाकांत आचरेकर सचिन से ज्यादा उन्हें टैलेंटेड मानते थे. लेकिन आज सचिन तेंदुलकर को क्रिकेट का भगवान कहा जाता है और दूसरी तरफ कांबली की गिनती असफल क्रिकेटर्स में होती है.
संभाल नहीं पाए स्टारडम
अगर कांबली के अर्श से फर्श पर आने की बात करें तो उन्होंने घरेलू क्रिकेट में शानदार प्रदर्शन कर टीम इंडिया में खेलने का मौका हासिल किया था. उन्होंने इंटरनेशनल करियर का आगाज भी विस्फोटक अंदाज में किया. शुरुआती 7 टेस्ट मैचों में उन्होंने चार शतक जड़ दिए थे. वह टेस्ट मैचों में सबसे तेज एक हजार रन बनाने वाले बल्लेबाज हैं, मगर फिर उनके सितारे उलटे चलने गए और एक उगता सूरज चमक बिखेरने से पहले ही डूब गया.यह भी पढ़ें :
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कांबली के बारे में कहा जाता है कि अचानक मिली सफलता से उन्हें जो स्टारडम मिला उसे वह संभाल नहीं पाए. उनकी खराब आदतों और बुरे व्यवहार ने स्थिति को और बिगाड़ दिया. उन्होंने टीम से बाहर होने के बाद 9 बार वापसी की थी, लेकिन वह एक भी बार अपनी जगह पक्की करने में कामयाब नहीं हो पाए. कांबली ने बाद में आरोप लगाया कि उनके कप्तान, टीम के साथी, चयनकर्ता और क्रिकेट बोर्ड की वजह से उनका करियर बर्बाद हुआ.