IND VS AUS: ऋषभ पंत ने ब्रिसबेन में दिलाई चमत्कारी जीत (PC-AP)
ऋषभ पंत (Rishabh Pant) ने ब्रिसबेन टेस्ट की चौथी पारी में नाबाद 89 रन बनाकर भारत को सीरीज जिताई, हर कोई कर रहा है सलाम
- News18Hindi
- Last Updated:
January 19, 2021, 3:53 PM IST
ऋषभ पंत ने ब्रिसबेन की ऐतिहासिक जीत के बाद कहा कि ये उनके करियर के सबसे अनमोल लम्हों में से एक है. हो भी क्यों ना, आखिर इस टेस्ट सीरीज में पंत ने अपना पराक्रम जो दिखाया है. हालांकि ये भी सच है कि ऋषभ पंत के लिए ये टेस्ट सीरीज कभी आसान नहीं रही. चार मैचों के दौरान उन्होंने अपमान सहा, उन्हें चोट लगी लेकिन इसके बावजूद वो हार नहीं माने. पंत ने और ज्यादा मेहनत की और आज दुनिया एक बार फिर उन्हें सलाम कर रही है.
टीम इंडिया ने नहीं दिया मौका
वनडे और टी20 टीम से बाहर हो चुके ऋषभ पंत को टीम इंडिया ने टेस्ट सीरीज के पहले मैच में भी मौका नहीं दिया. ऑस्ट्रेलिया में अच्छे रिकॉर्ड के बावजूद भारत ने पंत की जगह ऋद्धिमान साहा पर भरोसा जताया. एडिलेड टेस्ट में भारत को शर्मनाक हार झेलनी पड़ी और वो दूसरी पारी में 36 रनों पर ऑल आउट हुआ. ऐसे प्रदर्शन के बाद टीम इंडिया मैनेजमेंट हिल गया और उन्हें एक बार फिर याद आए ऋषभ पंत. मेलबर्न में भारत ने कई बदलाव किये और ऋषभ पंत को प्लेइंग इलेवन में शामिल किया गया. उन्हें मौका मिलने के बाद एक बार फिर उनकी विकेटकीपिंग पर सवाल उठे. सोशल मीडिया पर पंत के खिलाफ ट्वीट्स के सिलसिले शुरू हुए और उनका मजाक बनाया गया. लेकिन पंत का ध्यान सिर्फ और सिर्फ अपने खेल पर रहा.सिडनी में भारत ने जबर्दस्त जीत हासिल कर सीरीज को 1-1 से बराबर कर लिया. हालांकि पंत इस मैदान पर बल्ले से कुछ खास नहीं कर पाए. उन्हें एक ही पारी में खेलने का मौका मिला और पंत के बल्ले से कुल 29 रन निकले. हालांकि बतौर विकेटकीपर पंत ने कुल 4 कैच लपके, इस दौरान उन्होंने कुछ मौके भी गंवाए जिसके बाद वो सोशल मीडिया पर ट्रोल भी हुए.
सिडनी में दिखा पंत का पराक्रम
कहा जाता है बड़े खिलाड़ियों का असली हुनर मुश्किल हालात में दिखाई देता है और ऋषभ पंत ने सिडनी टेस्ट की दूसरी पारी में वैसा ही कर दिखाया. सिडनी की मुश्किल पिच पर जब टीम इंडिया की हार तय लग रही थी, वहां पंत ने 118 गेंदों में 97 रन ठोक दिये. बड़ी बात ये थी कि पंत इस मैच में चोटिल हो गए थे. उनकी कोहनी पर गेंद लग गई थी और इस बल्लेबाज का पांचवें दिन क्रीज पर उतरना भी मुश्किल लग रहा था. हालांकि पंत क्रीज पर उतरे और उन्होंने 12 चौके और 3 छक्कों की मदद से सिडनी में सनसनी मचा दी. पंत इस मैच में शतक से चूक गए लेकिन उनकी इस पारी ने टीम इंडिया की हार टाल दी और मैच ड्रॉ रहा.
ब्रिसबेन के बादशाह बने पंत
गाबा की पिच, जहां भारतीय बल्लेबाजों के लिए टिकना तक मुश्किल होता है, वहां पंत ने अपना असली कमाल दिखाया. पहली पारी में पंत महज 23 रन बनाकर आउट हुए लेकिन उनका सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन निकला दूसरी पारी में. ऑस्ट्रेलिया ने भारत को 328 रनों का लक्ष्य दिया था और गाबा की पिच की दरार बल्लेबाजों के लिए मुसीबत से कम नहीं थी. शुभमन गिल और पुजारा ने बेहतरीन बल्लेबाजी कर ऑस्ट्रेलियाई गेंदबाजों को थकाया. लेकिन 48वें से 57वें ओवर के बीच भारत ने शुभमन गिल और कप्तान अजिंक्य रहाणे के विकेट गंवा दिये. ऑस्ट्रेलिया को जीत की खुशबू आने लगी और पंत भी उसी वक्त क्रीज पर आ गए. खुश हो रहे कंगारू खिलाड़ी जरा भी नहीं जानते थे कि ऋषभ पंत ये मैच ड्रॉ कराने नहीं बल्कि जिताने के लिए क्रीज पर उतरे हैं. पंत ने पहले संभलकर बल्लेबाजी की लेकिन सेट होने के बाद उन्होंने कमाल के शॉट्स खेले. आखिरी 10 ओवर में तो वो टी20 क्रिकेट के अंदाज में खेलने लगे और अंत में वो गाबा में तिरंगा लहराकर ही पैवेलियन लौटे.