भोपाल के मिंटो भवन में आयोजित रोजगार उत्सव मेला में सीएम शिवराज सिंह ने 26 हजार युवाओं को रोजगार दिया
मुख्यमंत्री शिवराज सिंह (Shivraj Singh) ने कहा, सरकारी नौकरी की एक सीमा है. 60 हजार करोड़ केवल सरकारी कर्मचारियों के वेतन में जाता है. यह बजट का एक बड़ा हिस्सा है. उन्होंने कहा, अकेले सरकारी नौकरी सबको रोजगार नहीं दे सकती
- News18Hindi
- Last Updated:
January 20, 2021, 5:43 PM IST
सीएम शिवराज ने कार्यक्रम में कहा कि कोरोना काल में सबसे ज्यादा नुकसान अर्थव्यवस्था को हुआ है. एक तरफ खजाना खाली था, तो दूसरी तरफ आपदा का पहाड़ था. आपदा में भी हमने सेवा करने का अवसर नहीं छोड़ा. भर्तियों से प्रतिबंध हटाया गया है, लेकिन सरकारी नौकरी की एक सीमा है. 60 हजार करोड़ केवल सरकारी कर्मचारियों के वेतन में जाता है. यह बजट का एक बड़ा हिस्सा है. उन्होंने कहा, अकेले सरकारी नौकरी सबको रोजगार नहीं दे सकती. कोरोना काल से ही हमने रोजगार के नए विकल्प तलाशने शुरू किए हैं. प्रदेश में उद्योग लाने का क्रम हमारा जारी है. 2019-2020 में करीब 20 उद्योग लगाए गए जिसमें चार हजार लोगों को नया रोजगार मिला. सीएम ने कहा कि सरकार स्वरोजगार की नई नीति लेकर आ रही है.
‘जरूरत की चीज लोकल सामानों से पूरी करें लोग’
सीएम शिवराज ने कार्यक्रम को संबोधित करते हुए कहा कि भोपाल का ग्लोबल स्किल पार्क मध्य प्रदेश का मेरा ड्रीम प्रोजेक्ट है, यह वर्ष 2022 तक बनकर तैयार हो जाएगा. इस पार्क के बनने पर यहां हर साल 6000 युवाओं को अंतर्राष्ट्रीय स्तर का कौशल प्रशिक्षण दिया जाएगा. उन्होंने स्व. सहायता समूह को भी रोजगार का बड़ा साधन बताते हुए कहा कि इस साल अब तक दो लाख 75 हजार से अधिक नए परिवारों को 24 हजार 600 से अधिक महिला स्व-सहायता समूहों से जोड़ा गया है. रोजगार पोर्टल के माध्यम से 45 हजार श्रमिकों को अलग-अलग संस्थाओं/कंपनियों में स्थाई रोजगार दिया गया है.मुख्यमंत्री ने आम लोगों से आह्वान करते हुए कहा कि अपने जरूरत की चीज लोकल सामान से पूरी कीजिए. अपने लोगों की बनी हुई चीज खरीदिए, अब चीन के सामानों की जरूरत नहीं है. हमारा संकल्प है हर हाथ को काम.