ऋषभ पंत दुनियाभर में मशहूर! फिर भी क्यों बनाना चाहते हैं अपनी पहचान?

ऋषभ पंत दुनियाभर में मशहूर! फिर भी क्यों बनाना चाहते हैं अपनी पहचान?


ऋषभ पंत ने ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ भारत को शानदार जीत दिलाई. (AP)

India vs Australia: ऋषभ पंत ने ब्रिस्बेन में चौथे टेस्ट मैच में नाबाद 89 रन की पारी खेली. भारत ने ऑस्ट्रेलिया से यह मैच जीता और सीरीज पर 2-1 से कब्जा किया. ऋषभ पंत (Rishabh Pant) की अक्सर कप्तान महेंद्र सिंह धोनी (Mahendra Singh Dhoni) से तुलना होती है.



  • Last Updated:
    January 21, 2021, 11:48 AM IST

नई दिल्ली. भारतीय विकेटकीपर बल्लेबाज ऋषभ पंत (Rishabh Pant), दिग्गज महेंद्र सिंह धोनी से तुलना से खुश हैं, लेकिन उन्होंने गुरुवार को कहा कि ऑस्ट्रेलिया में टेस्ट सीरीज (India vs Australia) में अहम भूमिका निभाने के बाद वे खेल में अपनी अलग पहचान बनाना चाहते हैं. पंत की अक्सर दो बार के विश्व विजेता कप्तान एमएस धोनी (MS Dhoni) से तुलना की जाती रही है. धोनी ने पिछले साल अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट से संन्यास ले लिया था.

ऋषभ पंत ने ब्रिस्बेन में चौथे टेस्ट मैच की दूसरी पारी में नाबाद 89 रन की पारी खेली थी. भारत ने इस पारी की बदौलत ही ऑस्ट्रेलिया से यह मैच जीता और सीरीज पर 2-1 से कब्जा किया. ऑस्ट्रेलिया से गुरुवार को स्वदेश लौटे पंत ने पत्रकारों से कहा, ‘जब आपकी तुलना धोनी जैसे खिलाड़ी से की जाती है तो बहुत अच्छा लगता है और आप मेरी तुलना उनसे करते हैं.’

23 साल के ऋषभ पंत ने कहा, ‘यह शानदार है लेकिन मैं नहीं चाहता कि मेरी किसी से तुलना की जाए. मैं भारतीय क्रिकेट में अपनी अलग पहचान बनाना चाहता हूं क्योंकि किसी युवा खिलाड़ी की किसी दिग्गज से तुलना करना सही नहीं है.’ ऋषभ पंत भारत के एकमात्र विकेटकीपर हैं, जिन्होंने ऑस्ट्रेलिया और इंग्लैंड दोनों ही देशों में शतक लगाए हैं. वे ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ हाल ही में खत्म हुई टेस्ट सीरीज में भी दो बार शतक लगाने के करीब पहुंचे.

यह भी पढ़ें: IND vs AUS: यह भारत की युवाशक्ति की जीत है, इसे आंकड़ों में तौलने की गलती मत करिएसिडनी में ड्रा टेस्ट मैच में 97 रन बनाने वाले पंत अभी इस जीत का आनंद लेना चाहते हैं. उन्होंने कहा, ‘हमने आस्ट्रेलिया में सीरीज में जिस तरह से खेल दिखाया उससे पूरी टीम बहुत खुश है.’ भारत ने एडिलेड में पहले टेस्ट मैच की दूसरी पारी में अपने न्यूनतम स्कोर 36 रन पर आउट होने के बाद शानदार वापसी की और चार मैचों की सीरीज 2-1 से जीतकर बोर्डर-गावस्कर ट्राफी अपने पास बरकरार रखी.








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