हार्दिक पंड्या ने अपने पिता को खो दिया है.(फोटो साभार@hardikpandya93)
बीते दिनों 16 जनवरी को दिल का दौरा पड़ने से हार्दिक (Hardik Pandya) और क्रुणाल पंड्या (Krunal Pandya) के पिता हिमांशु पंड्या (himanshu pandya) ने दुनिया को अलविदा कह दिया था.
- News18Hindi
- Last Updated:
January 23, 2021, 10:56 AM IST
हार्दिक और क्रुणाल पंड्या को क्रिकेटर बनाने में उनके पिता का बहुत बड़ा हाथ रहा. उन्होंने बेटों को क्रिकेटर बनाने के लिए शहर का बदल डाला था. उन्होंने अपना बिजनेस तक बंद कर दिया और दूसरे शहर में बस गए. ताकि दोनों बच्चों को बेहतर क्रिकेट की सुविधा मुहैया कराई जा सके.
हिमांशु सूरत में कार फाइनेंस का छोटा सा बिजनेस चलाते थे, जिसे उन्होंने बंद कर दिया और फिर वडोदरा शिफ्ट हो गए. उस समय हार्दिक पांच साल के थे. वहां पर उन्होंने अपने बच्चों को क्रिकेट की बेहतर सुविधा दी और उन्होंने किरण मोरे एकेडमी में दोनों का एडमिशन करवाया. आर्थिक रूप से कमजोर पंड्या का परिवार किराए के घर में रहता था. यह भी पढ़ें :
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इसके बावजूद दोनों स्टार क्रिकेटर्स के पिता ने उन्हें किसी चीज की कमी महसूस होने नहीं दी. एक इंटरव्यू में हिमांशु पंड्या ने कहा था कि जब भी वह हार्दिक और क्रुणाल के बारे में बात करते, वो अपने आंसूओ पर कंट्रोल नहीं कर पाते