नई दिल्ली: भारतीय टीम (Team India) ने ऑस्ट्रेलिया दौरे पर ऐतिहासिक जीत दर्ज कर पूरी दुनिया में जीत का ढंका बयाजा. एक ‘घायल’ टीम के साथ ऑस्ट्रेलिया को उसकी सरजर्मीं पर हराना टीम इंडिया की बहुत बड़ी जीत है. हालांकि एक बहुत बड़ा सवाल ये खड़ा होता है कि क्या इतने सारे खिलाड़ियों का चोटिल हो जाना एक इतिफाक था या फिर टीम की खराब फिटनेस.
इसको ध्यान में रखते हुए बीसीसीआई (BCCI) ने खिलाड़ियों की फिटनेस को लेकर एक बड़ा कदम उठाया है.बीसीसीआई का कहना है कि वह खिलाड़ियों की फिटनेस के साथ कोई समझौता नहीं करेगा.
बीसीसीआई का बड़ा फैसला
टीम इंडिया (Team India) में पहले खिलाड़ियों के लिए यो-यो टेस्ट होता था और अगर कोई खिलाड़ी इस टेस्ट को पास करने में नाकाम होता था, तो उन्हें टीम में शामिल नहीं किया जाता था. अब बीसीसीआई खिलाड़ियों के लिए नया फिटनेस टेस्ट (New Fitness Test) लेकर आया है. हालांकि इस टेस्ट के साथ टीम के खिलाड़ियों को यो-यो टेस्ट से भी गुजरना होगा. इस टेस्ट को टाइम ट्रॉयल टेस्ट कहा जा रहा है.
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बीसीसीआई (BCCI) का जिन भी खिलाड़ियों के साथ करार है, उन सभी खिलाड़ियों को इस टेस्ट से गुजरना जरूरी है. ये टाइम ट्रॉयल टेस्ट इसलिए लागू किया गया है ताकि खिलाड़ियों की फिटनेस पर ज्यादा ध्यान दिया जा सके और टीम के स्तर को और ऊंचा किया जा सके. इस टेस्ट में खिलाड़ियों की रफ्तार और उनकी क्षमताओं को परखा जाएगा.
नया फिटनेस टेस्ट
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक भारतीय टीम के खिलाड़ियों को इस टेस्ट में 2 कि.मी. की दौड़ लगानी होगी. तेज गेंदबाजों के लिए नियम में थोड़ा फर्क होगा. जहां खिलाड़ियों को 2 कि.मी. की रेस 8 मिनट 30 सेकेंड में पूरी करनी होगी. वहीं तेज गेंदबाजों के लिए ये वक्त 15 सेकेंड बढ़ जाता है. उन्हें 2 कि.मी. 8 मिनट 15 सेकेंड में पूरे करने होंगे.
इंडियन एक्सप्रेस ने बीसीसीआई (BCCI) अधिकारी से बात की है. उन्होंने कहा, ‘बीसीसीआई का मानना है कि टीम इंडिया की सफलता में खिलाड़ियों की फिटनेस का अहम रोल है. अब फिटनेस के स्तर को एक अलग मुकाम पर ले जाने की जरूरत है. इसीलिए टाइम ट्रायल को लाया जा रहा है जिससे खिलाड़ियों की फिटनेस और ज्यादा बढ़ेगी. हर साल इसे और मुश्किल बनाया जाएगा.’
इंग्लैंड दौरे के लिए मिलेगी छूट
जो खिलाड़ी ऑस्ट्रेलियाई दौरे से लौटे हैं उन्हें इंग्लैंड सीरीज से पहले टाइम ट्रॉयल टेस्ट नहीं देना होगा. हालांकि जिन खिलाड़ियों का चयन लिमिटेड ओवर सीरीज के लिए होगा, उनके लिए टाइम ट्रॉयल टेस्ट पास करना बेहद जरूरी है.