प्रज्ञा ठाकुर से पहले उमा भारती ने भोपाल के हलाली डैम का नाम बदलने की मांग की थी
BHOPAL : प्रज्ञा ठाकुर (Pragya Thakur) ने कहा- लाल घाटी, हलाली डैम, हलालपुरा बस स्टैंड का नाम खून-खराबे और अत्याचार का प्रतीक है.यह बहुत अपवित्र है. इनका नाम लेने से भी अपवित्रता होती है. इस तरह के नामों को हम भोपाल से हटाएंगे.
उमा भारती की मांग का अब सांसद प्रज्ञा सिंह ठाकुर ने समर्थन कर दिया है. बल्कि उमा से भी दो कदम आगे जाकर उन्होंने कहा-हलालपुरा बस स्टैंड, लालघाटी और इस्लाम नगर का भी नाम बदल दिया जाए. ये सब नाम अत्याचारी मुस्लिम शासकों के आतंक की निशानी हैं. ये नाम बदलकर इनकी जगह क्रांति वीरों के नाम पर इन जगहों का नामकरण किया जाए.
खून से रंगे नामों को हम हटाएंगेप्रज्ञा ठाकुर ने उमा भारती की बात का समर्थन किया. उन्होंने कहा-किसी भी नाम का असर उस व्यक्ति के व्यक्तित्व पर पड़ता है. लालघाटी पर रानी के पुत्रों की हत्या की गई थी और यहां हत्या करके इसे लाल किया गया था. इसलिए इसका नाम खून से सने होने के कारण लाल है. वहीं हलाली डैम पर यहां के राजाओं को दोस्त मोहम्मद खान ने हलाल किया था. इसलिए इसे हलाली डैम कहा जाता है. यह बहुत अपवित्र है. इनका नाम लेने से भी अपवित्रता होती है. इस तरह के नामों को हम भोपाल से हटाएंगे.