Indore News: गणतंत्र दिवस के मौके पर महू कैंट इलाके से फर्जी फौजी पकड़ा गया.
महू कैंट इलाके में संवेदनशील स्थानों की तस्वीरें खींच रहे युवक को आर्मी के जवानों ने पकड़ा. रेजीमेंट का गलत नाम बताने और फर्जी आईकार्ड से पकड़ा गया. पुलिस पूछताछ में निजी कंपनी का सुरक्षागार्ड निकला युवक.
जानकारी के मुताबिक छावनी इलाके की तस्वीरें ले रहे युवक ने पूछताछ के दौरान मोबाइल फोन पर सेना का एक परिचय पत्र दिखाया, ये कार्ड किसी और व्यक्ति के नाम का था. बताया गया कि वह कार्ड सीएसडी कैंटीन का कार्ड था. इसके बाद सेना की इंटेलिजेंस यूनिट को जानकारी दी गई. आर्मी इंटेलिजेंस ने पूछताछ के बाद युवक का पुलिस के हवाले कर दिया.
पीथमपुर में सुरक्षा गार्ड की नौकरी करता है युवक
पुलिस के मुताबिक पकड़े गए व्यक्ति का नाम मिथुन पुत्र रामप्रसाद है. वह राजगढ़ जिले के ब्यावरा का रहने वाला बताया जा रहा है. बताया गया कि मिथुन का सपना था कि वो सेना में भर्ती हो और इसके लिए उसने कई बार प्रयास भी किए, लेकिन चयन नहीं हुआ. उसे सैनिक जैसे दिखने का शौक है और इसीलिए वह सेना की वर्दी पहनकर घूमता था. मंगलवार को भी वो महू इसी तरह घूमने आया था लेकिन मुसीबत में पड़ गया. मिथुन पीथमपुर की कपारो कंपनी में सुरक्षा गार्ड की नौकरी करता है. पुलिस युवक से पूछताछ कर रही है कि वो प्रतिबंधित इलाकों की तस्वीरें क्यों ले रहा था. कहीं इसके पीछे कोई साजिश तो नहीं है, पुलिस सभी पहलुओं की छानबीन कर रही है.
सबसे पुराना सैन्य प्रशिक्षण केन्द्र है महू
महू का इन्फैंट्री स्कूल भारतीय सेना का विशाल और सबसे पुराना सैन्य प्रशिक्षण केंद्र है. यहां पैदल सेना के जवानों को युद्ध अभ्यास और आधुनिक तकनीक की ट्रेनिंग दी जाती है. यहां राष्ट्रीय निशानेबाजों का प्रशिक्षण भी होता है. इसके अलावा महू के आर्मी वार कॉलेज में हथियारों की ट्रेनिंग के साथ ही सैन्य तंत्र को मजबूत करने की ट्रेनिंग दी जाती है. सैन्य विज्ञान और युद्ध कमान की रणनीति सैनिकों को बताई जाती है.